रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग के राज्य मुख्य सूचना आयुक्त एमके राउत को आयोग कार्यालय में आज सेवा निवृत्ति होने पर सादे समारोह में बिदाई दी गई. निवृतमान राज्य मुख्य सूचना आयुक्त एम. के. राउत ने इस अवसर पर कहा कि आयोग में संसाधनों की कमी के बाद भी कुशलता से कार्य सम्पादित किए.

उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी और कर्मचारी सकारात्मक उर्जा के साथ कार्य कर सूचना आयोग का नाम रोशन करें. राउत ने कहा कि विगत 4 माह में जिलों में सूचना का अधिकार अधिनियम पर कार्यशाला को आयोजन कर जनसूचना अधिकारियों और प्रथम अपीलीय अधिकारियों को प्रशिक्षण देकर उनकी समस्याओं का समाधान किए, जिसका बेहतर परिणाम मिल रहा है.

निवृतमान राज्य मुख्य सूचना आयुक्त राउत ने कहा कि वर्ष 2022 उपलब्धि भरा रहा है. आयोग के द्वारा वर्ष 2006 से लेकर वर्ष 2022 तक के महत्वपूर्ण निर्णयों को संकलित कर प्रकाशन कराया गया, जो जनसूचना अधिकारियों, प्रथम अपीलीय अधिकारियों और अपीलार्थियों के लिए मार्गदर्शी साबित हो रहा है.

उन्होंने बताया कि कोरोना काल में वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोग में अपील और शिकायत के प्रक्ररणों की सुनवाई की जाती रही, जिसके माध्यम से अपीलार्थी और जनसूचना अधिकारी अपनी बात रख सकते हैं. उन्होंने कहा कि आयोग में ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है, जिसके लिए बार-बार प्रशासन को निर्देश दिए जाते रहे है, जिसका परिणाम आज मिल रहा है, कि आवेदक अपने घर से ऑनलाईन आवेदन कर जानकारी हासिल कर सकता है.

राज्य सूचना आयुक्त अशोक अगवाल ने कहा कि राउत कार्यालय के कार्यो को व्यवस्थित कर कार्य संचालन के लिए अपनी पहचान बनाए हुए थे. व्यक्तिगत समस्याओं को समाधान करने में मार्गदर्शक का काम करते थे. उनका ज्ञान और मार्गदर्शन सामाजिक और सार्वजनिक जीवन में काम आएगा. जब कोई छोड़कर जाने लगता है तो उसके साथ बिताएं सारे लम्हें हमें याद आने लगते हैं.

बहुत सारे दोस्त छूट जाते हैं और हम आगे बढ़ जाते हैं, पर वो हमें हमेशा याद आते हैं. जब कभी हम मिलते हैं, तो दिल खुशियों से भर जाता हैं. निवृतमान राज्य मुख्य सूचना आयुक्त राउत आदेशों, निर्देशों का तन्मयता से पालन कराते थे और सभी कर्मचारियों को साथ लेकर चलने वाले थे.

राज्य सूचना आयुक्त मनोज त्रिवेदी कहा कि निवृत्तमान राज्य मुख्य सूचना आयुक्त राउत ने राज्य निर्माण के समय कम संसाधनों में राजधानी को संचालित कराने में अहम भूमिका अदा की. उनमें कार्यो के प्रति जीवटता थी, उनके कृतित्व और व्यक्तित्व के कारण राज्य निर्माण से लेकर विभिन्न विकास कार्यो को उन्होंने अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्हें विकास की धुरी कहकर संबोधित करना अतिशयोक्ति नहीं होगी. राज्य मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में उनका कार्यकाल सदा अविस्मरणीय रहेगा.

राज्य सूचना आयुक्त धनवेन्द्र जायसवाल ने कहा कि कर्म ही पूजा है, हमेशा अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार रहकर कार्य सम्पादित करते रहे और कानून की परिधि में रहकर कार्य करते रहें. राउत ने आयोग में संसाधनों की कमी के बाद भी समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया. राज्य मुख्य सूचना आयुक्त ने नई पीढ़ि के युवाओं को तकनीकि के साथ ढालने का प्रयास किया, जिससे कार्य को सुचारू रूप से संचालन में परेशानी कम होगी.

राउत के साथ आयोग में काम सीखने का बहुत अवसर मिला. वे प्रशासनिक क्षेत्र से होने के नाते व्यावहारिक ज्ञान के मामले में सम्पन्न थे. उनका कार्यकाल बहुत ही अच्छा रहा और कार्य की प्रकृति को समझकर उसे गतिशीलता देने प्रयासरत रहते थे. उनके सुखद भविष्य की कामना के साथ आज उनकों आयोग से बिदाई दी जा रही है.

आयोग के सचिव आनंद मसीह ने कहा कि राउत संयमित और प्रशासनिक सेवा कार्या में दक्ष रहे, जिसका मार्गदर्शन आगे भी आयोग को मिलता रहेगा. उन्होंने कहा कि राउत जहां भी रहे स्वस्थ रहें और अपने शेष समय को सार्वजनिक जीवन में सतत लगाए रखें.

अनुभाग अधिकारी वर्मा और रीडर अग्रवाल ने भी अपने अनुभव साझा किया । राज्य मुख्य सूचना आयुक्त एम के राउत की बिदाई के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग की ओर से शाल श्रीफल, राजकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया.

इस अवसर पर संयुक्त संचालक धनंजय राठौर, स्टाफ आफिसर रजनी छड़ीमली, बीरेन्द्र गुप्ता, संजय वापट, वरिष्ठ लेखाधिकारी जे.आर.रावटे, अनुभाग अधिकारी अतुल कुमार वर्मा सहित आयेग के अधिकारी, कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.

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