विचारधारा की लड़ाई के साथ-साथ घर-परिवार के लिए सम्मानजनक जिंदगी मुहैया करा पाना हमेशा से पत्रकारों के लिए कठिन रहा है. वर्तमान समय में पत्रकारों के लिए यह काम और भी कठिन हो गया है. ऐसे में एक राज्य ऐसा भी है, जो पत्रकारों के प्रति पूरी संवेदना रखते हुए उनके कल्याण के लिए कार्य कर रहा है.
हैदराबाद। देश में तेलंगाना एक अकेला ऐसा राज्य है, जहां 18,000 पत्रकारों को मान्यता दी गई है. यही नहीं राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने पत्रकारों के कल्याण के लिए 100 करोड़ रुपए सहेज रखे हैं. ये पैसे पत्रकार के निधन पर उनके परिवार को अनुग्रह राशि और परिजनों को पेंशन के तौर पर दिए जाएंगे. इस बात की जानकारी तेलंगाना राष्ट्र समिति की नेता और एमएलसी के. कविता ने दी.
एमएलसी के. कविता ने बताया कि अगर किसी पत्रकार का निधन हो जाता है, तो उसके परिजनों को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे. जबकि 5 साल तक 3000 रुपये परिजनों को पेंशन के तौर पर दिए जाएंगे. कविता ने आगे बताया कि कोरोना महामारी के दौरान 64 पत्रकारों का निधन हुआ है. उनके परिवारों को 2-2 लाख रुपये दिए गए हैं. इसके अलावा, अधिकांश परिवारों को मासिक सहायता भी प्रदान की गई.
अब तक 42 करोड़ रुपए हुए खर्च
टीआरएस सुप्रीमो के चंद्रशेखर राव कविता ने कहा कि हम पत्रकारों के कल्याण को बहुत गंभीरता से लेते हैं. 100 करोड़ रुपये में से 42 करोड़ रुपये अब तक उनके कल्याण में खर्च किए गए हैं. बाकी बची 58 करोड़ रुपए की राशि जरूरत पड़ने पर खर्च की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर किसी पत्रकार, जिसकी मौत हो चुकी है, के बच्चे हैं, तो 10वीं क्लास पास होने तक हर बच्चे की फीस के लिए 1000 रुपये दिए जाएंगे. वहीं, पत्रकार की दुर्घटना के मामले में तेलंगाना सरकार 50,000 रुपये देगी.