रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के अध्यक्ष अमित अजीत जोगी ने राज्य सरकार से प्रदेश में शिक्षकों के रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति की मांग की है. जोगी ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस पार्टी ने दवा किया था कि राज्य में 60,000 सरकारी शिक्षकों के पद खाली है, लेकिन राज्य सरकार ने मार्च 2019 में सिर्फ 14,580 पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया, जिसमें व्यख्याता शिक्षक, सहायक शिक्षक, शिक्षक, प्रयोगशाला शिक्षक, अंग्रेज़ी माध्यम शिक्षक, अंग्रेज़ी कला शिक्षक, व्यायाम शिक्षक जैसे पदों के लिए आवेदन मंगवाए गए.

जोगी ने कहा कि विज्ञापन जारी हुए लगभग डेढ़ साल हो गए हैं लेकिन आज तक एक भी छत्तीसगढ़ी शिक्षित बरोजगार युवा को पदस्थापना नहीं मिली है. यहां तक कि परीक्षा के बाद दस्तावेज सत्यापन के बाद की प्रक्रिया जैसे पात्र-अपात्र लिस्ट और दावा-आपत्ति तिथि भी जारी नहीं हुई है. कोरोना त्रासदी की वजह से आयी आर्थिक मंदी के समय में शिक्षक भर्ती में शामिल सारे युवा बेरोजगारों को मानसिक तनाव से गुजरना पड़ रहा है.

अमित जोगी ने पूछा कि शिक्षक भर्ती में हो रहे विलंब से हर छत्तीसगढ़िया बरोजगार युवा हताश-परेशान है और इच्छा -मृत्यु की मांग कर रहा, ऐसे में किसी भी युवा ने कुछ अनुचित कदम उठा लिया तो उसका जिम्मेदारी कौन लेगा? आज भी पूरा प्रदेश स्व. योगेश साहू को भूला नहीं है, जिन्होंने पूर्ववती सरकार के समय बरोजगारी से त्रस्त होकर मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्मदाह कर लिया था. अमित जोगी ने सवाल किया कि जब राज्य सरकार दावा कर रही है कि सरकार के कुशल प्रबंधन ने कोरोना महामारी से आयी मन्दी में छत्तीसगढ़ को आर्थिक संकट से बचा लिया है तो फिर क्यों वित्त विभाग शिक्षक भर्ती के लिए पहले से ही आवंटित बजट को पास करने की अनुमति नहीं दे रहा?

अमित जोगी ने कहा कि कोरोना के कारण जो शिक्षित युवा प्राइवेट नौकरी कर रहे थे, उनमें से भी बहुतों की नौकरियां उनसे छिन गयी जिससे उन युवाओं जिन पर उनका पूरा परिवार आश्रित है, के पास जीवनयापन का कोई साधन नहीं है.

अमित जोगी ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि शिक्षित युवा बेरोजगारों के लिए अपने किये हुए वादों को पूरा करते हुए डेढ़ साल से भी लंबी चल रही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करते हुए शिक्षित बेरोज़गारों को रोज़गार दें. वित्त विभाग द्वारा रोके गए शिक्षक भर्ती के लिए आवंटित बजट को पास करके जल्द से जल्द उन छत्तीसगढ़ी शिक्षित युवा बरोजगारों के चेहरों में खुशी लाये.