हेमंत शर्मा, इंदौर। पुलिस द्वारा एक युवक के साथ अमानवीय तरीके से मारपीट के मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने इंदौर के डीआईजी से प्रतिवेदन मांगा है. इस मामले में आयोग ने प्रकरण भी दर्ज कर लिया है. मामले की शिकायत शहर के एक अधिवक्ता ने आयोग के अध्यक्ष को वीडियो भेजकर मय प्रणाम की थी.
आवेदक अधिवक्ता अभिजीत पांडेय ने वाट्सएप से की थी शिकायत
शहर के आवेदक अधिवक्ता अभिजीत पांडेय ने सोशल मीडिया के माध्यम से राजेंद्र नगर थाना प्रभारी अमृता सोलंकी के खिलाफ शिकायत की थी. उन्होंने अपने वाट्सऐप से आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन के पर्सनल मोबाइल नंबर पर एक व्यक्ति के साथ की जा रही मारपीट के संबंध में वीडियो भेजा था. जिसपर आयोग द्वारा त्वरित संज्ञान लिया गया है. साथ ही आयोग में प्रकरण भी दर्ज कर लिया गया है. वीडियो के अवलोकन से पुलिसकर्मी द्वारा किसी व्यक्ति के साथ डंडे से मारपीट किया जाना प्रतीत हो रहा है. इस मामले में आयोग ने घटना के वीडियो की सीडी भेजकर उप पुलिस महानिरीक्षक इंदौर से 3 मई 2021 तक प्रतिवेदन मांगा है.
पुलिस ने पीडित युवक का वीडियो बनाकर दी सफाई
वहीं पुलिस द्वारा वीडियो को 4 महीने पुराना बताया जा रहा था. आयोग के नोटिस के बाद पुलिस ने पीटने वाले युवक का वीडियो बनाकर अपनी सफाई दी है. जिसमें पीडि़त युवक वीडियो को 2 माह पुराना बता रहा है. वहीं पीडि़त युवक ने घटना 28 फरवरी 2021 और दिन रविवार को बताया है. उन्होंने पब्लिक की मार से बचाने थाना प्रभारी महिला द्वारा दो-चार डंडे मार कर बचाया जाना बताया जा रहा है. अन्यथा रात में पब्लिक उसे पीट देती.