पंजाब की सड़कों पर हादसाग्रस्त लोगों को बचाने व गैंगस्टरों पर शिकंजा कसने के लिए गठित सड़क सुरक्षा फोर्स अब मोर्चा संभालेगी।

फोर्स के बेड़े में अति आधुनिक 144 गाड़ियों को शामिल किया जाएगा। इनमें इसुजू और स्कार्पियो गाड़ियां रहेंगी। इन वाहनों को सीएम भगवंत मान ने मंगलवार को हरी झंडी दिखा रवाना किया।

इस फोर्स के पास एंबुलेंस के अलावा रिकवरी वैन भी रहेगी। सीएम ने कहा कि पूरे देश में पंजाब ऐसा पहला राज्य है जहां ऐसी फोर्स का गठन किया गया है। इसे कनाडा पुलिस की तर्ज पर गठित किया गया है। जल्द ही नई फोर्स तैनात कर दी जाएगी।

सड़क सुरक्षा फोर्स में शामिल किए जाने वाले प्रत्येक वाहन एक तय एरिया को कवर करेंगे। एक गाड़ी के अधीन 30 किलोमीटर का एरिया रहेगा। ऐसे में अगर उस एरिया में कोई घटना होती तो उसको कवर करने वाली गाड़ी की जिम्मेदारी होगी कि तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाए। साथ ही सड़क पर आवाजाही को सुचारु करे। इसके अलावा उस एरिया में कोई बड़ा अपराधी वारदात को अंजाम देकर निकल रहा होगा तो उसका पीछा भी करना होगा। सड़क सुरक्षा फोर्स के जवान शिफ्टों में काम करेंगे। इसमें कुल 1239 मुलाजिम शामिल होंगे। पहले चरण में 286 मुलाजिम तैनात किए जाएंगे। इस फोर्स में महिला मुलाजिम भी शामिल रहेंगी। इस फोर्स को प्राथमिक सहायता व अन्य ट्रेनिंग दी जाएगी।

इन गाड़ियों में अति आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा। वहीं, उन्हें चालान करने से लेकर गाड़ियों को जब्त करने तक के सारे अधिकार रहेंगे। सूबे की सड़कों पर रोजाना 14 लोगों की जान जाती। इसके बाद इस फोर्स को गठित करने का फैसला लिया गया। एक अनुमान के अनुसार राज्य में सड़क हादसों के कारण 18000 करोड़ रुपये का सामाजिक व आर्थिक नुकसान होता है जो पंजाब की जीडीपी का तीन फीसदी है।

सड़क पर खड़े वाहनों की वजह से होने वाले हादसों को रोकने के लिए भी सरकार गंभीर हो गई है। सीएम भगवंत मान ने कहा कि अब अगर कोई सड़क पर ट्रॉली या अन्य वाहन खड़ा करेगा तो उस पर तुरंत एक्शन लेकर चालान किया जाएगा। पंजाब में जो बेवजह लोग हादसों में मारे जा रहे हैं उन पर रोक लगाई जाएगी। शहर की सड़कों पर भी यही फोर्स तैनात होगी। यही फोर्स शहर में भी चालान करेगी।


Road Safety Force