लचर व्यवस्था और बेहोश सरकार ! मरम्मत को तरस रही स्कूल की दीवारें, सो रहे जिम्मेदार, इंफ्रास्ट्रक्चर का ठिकाना नहीं है, इधर डिजिटल उपस्थिति की हो रही जिद