Rohini Acharya Controversy: रोहिणी आचार्य द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद से लालू परिवार सुर्खियों में बना हुआ है। तमाम राजनीतिक दलों से जुड़े लोग इसे गलत करार देते हुए अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इस मामले पर बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विजयी उम्मीदवार नितिन नवीन और बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय का बयान सामने आया है।

‘परिवार और पार्टी की आवाद दबा रहे तेजस्वी’

बीजेपी विधायक नितिन नवीन ने पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, साफ है कि लालू यादव ने अपने परिवार में इतनी राजनीति को जगह दी, और यह उसी का नकारात्मक परिणाम है। आज न तो परिवार और न ही पार्टी लालू यादव के नियंत्रण में है। तेजस्वी यादव परिवार और पार्टी की आवाज दबा रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि चुनावी हार के लिए कौन ज़िम्मेदार है? लेकिन तेजस्वी यादव अपने अहंकार के चलते इसे दबाना चाहते हैं।

वहीं, सीएम नीतीश की अंतिम कैबिनेट बैठक पर उन्होंने कहा कि, चुनाव के बाद किसी भी मुख्यमंत्री के लिए अंतिम कैबिनेट बैठक करना आम बात है, और नियमानुसार, वे (नीतीश कुमार) ऐसा करेंगे और कल से नई सरकार बनाने का काम शुरू हो जाएगा।

लालू परिवार को लगा बिहारियों का श्राप- अमित मालवीय

वहीं, बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, तेजस्वी यादव का अपनी बहन रोहिणी यादव पर चप्पल उठाना किसी भी स्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता। जो कुछ आज सामने आ रहा है, वह कोई संयोग नहीं। यह उसी परिवार के पतन की कहानी है, जिसने कभी लाखों परिवारों को दर्द दिया था। कर्म न तो भूलता है, न माफ करता है।

अमित मालवीय ने आगे लिखा- पहले, तेज प्रताप की पत्नी के साथ मारपीट और अपमान के आरोप लगे। उन्हें घर से बाहर कर दिया गया। फिर तेज प्रताप स्वयं उपेक्षित हुए, उन्हीं लोगों द्वारा, जिनके लिए वे हमेशा लड़ते रहे, अपने ही परिवार द्वारा और अब, वही बेटी जिसने कभी अपने पिता की जान बचाई थी, वह भी अपमान, धमकी और दुर्व्यवहार की शिकार हुई। बाकी बहनें और उनका परिवार भी पिता का घर छोड़ने पर मजबूर हो गए। लालू परिवार आज बिहार की जनता के श्राप और अपने ही कर्मों के बोझ तले बिखर रहा है।

रोहिणी ने छोड़ा घर और परिवार

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में राजद मिली करारी हार को लेकर बीते शनिवार की दोपहर रोहिणी और तेजस्वी के बीच हुई बातचीत इतना बढ़ गया की गाली-गलौज और चप्पल तानने की नौबत तक आ गई। शनिवार की रात में ही रोहिणी को घर छोड़कर दिल्ली जाना पड़ा। इतना ही नहीं उन्होंने राजनीति और परिवार तक छोड़ने की बात कहते हुए कई सारे गंभीर आरोप भी लगाए। घटना के दो दिन बाद भी लालू परिवार की ओर से इसपर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं, रोहिणी लगातार हमलावर रुख अपनाए हुई हैं।

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