लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पकौड़ा बयान के बाद राजनीति में तूफान आ गया है. विपक्ष संसद से लेकर सड़क तक पर पीएम के बयान के बाद हमलावर हो गई है. सरकार को हर जगह सफाई देनी पड़ रही है. अब इस विवाद के लपेटे में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी आ गए हैं

गौरतलब है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि पकौड़ा तलना कोई बुरा काम नहीं है. वह भी रोजगार की श्रेणी में आता है. बस अमित शाह के इस बयान के बाद मुजफ्फरनगर कोर्ट में एक सामाजिक कार्यकर्ता ने केस दायर कर दिया है.

सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने केस फाइल किया है. जिसमें सुनवाई के लिए तारीख 28 फरवरी तय की गई है. हाशमी ने कहा कि अमित शाह का ये बयान कि पकौड़ा बेचने में कोई बुराई नहीं है. ये बयान बेरोजगारों को हतोत्साहित करने वाला है और इससे उनमें हीन भावना पनपी है.

हाशमी ने अपने वाद में कहा है कि सरकार अगर बेरोजगारों को नौकरी नहीं दे सकती है तो कमसे कम उनका मजाक तो न उड़ाए. इस बयान के बाद से युवाओं में घोर निराशा का माहौल है. कोर्ट ने हाशमी की याचिका को स्वीकार करते हुए मामले में सुनवाई के लिए अगली तारीख 28 फरवरी तय की है. अब सबकी निगाहें इस केस पर टिक गई हैं. देखना है कि कोर्ट अमित शाह के बारे में क्या फैसला सुनाती है.