सनातन धर्म को खत्म करने संबंधी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान का कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक खरगे ने समर्थन किया है.  प्रियंक ने कहा है कि, कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता है या यह सुनिश्चित नहीं करता है कि आपको इन्सान होने का सम्मान मिले, वह मेरे अनुसार धर्म नहीं है. कोई भी धर्म जो समान अधिकार नहीं देता है या आपके साथ इन्सानों जैसा व्यवहार नहीं करता है.

स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से करते हुए इसे पूरी तरह समाप्त करने का आह्वान किया था. हालांकि, कांग्रेस ने प्रियंक के इस बयान के राजनीतिक निहितार्थ को देखते हुए डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है.

 प्रियंक के बयान पर असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस को घेरा है, हिमंत ने कहा, कांग्रेस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में छिप रही है. यदि ऐसी टिप्पणी इस्लाम, ईसाई या अन्य किसी धर्म के खिलाफ होती, तो क्या कांग्रेस इसी प्रकार टाल देती? वास्तव में अब यह स्पष्ट हो गया है कि सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने में कांग्रेस अहम भूमिका निभा रही है.