शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के बीजेपी विधायक बृज बिहारी पटेरिया मामले में पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव का बयान सामने आया हैं। उन्होंने कहा कि मैं घटना स्तब्ध हूं। वहीं उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी कार्यप्रणाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
एमपी के पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक गोपाल भार्गव ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा- ‘अभी-अभी देर रात जानकारी लगी कि मेरी नजदीकी विधानसभा क्षेत्र देवरी के विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र मा. विधानसभा अध्यक्ष को भेजा है और वे केसली थाना में धरने पर बैठ गए हैं। इसकी जानकारी लगते ही मैने वरिष्ठ विधायक पटेरिया से दूरभाष पर चर्चा कर विषय जाना। उन्होंने मुझे जो बताया उसे सुनकर मैं स्तब्ध हूं और सोच पड़ गया।’
पूर्व मंत्री बोले- इस्तीफा न दें
गोपाल भार्गव ने बताया कि ‘मेरे द्वारा विधानसभा देवरी के विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृज बिहारी पटेरिया से कहां गया है कि, हमें क्षेत्र की जनता ने आशा और विश्वास के साथ चुना है, आप इस्तीफा न दें। मैं स्वयं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से संबंधित पुलिसकर्मी एवम दोषी चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई हेतु बात कर रहा हूं।’
ऐसी कार्यप्रणाली बर्दाश्त नहीं
पूर्व मंत्री ने आगे लिखा ‘इसके बाद मैने जिले के अधिकारियों से बात कर संबंधित दोषियों के विरुद्ध अविलंब कार्यवाही करने को कहा है, साथ ही उन्हें बताया कि प्रदेश की भाजपा सरकार आमजन के प्रति बेहद संवेदनशील है, इस प्रकार के गैर जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली एवम व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’
ये भी पढ़ें: थाने में धरने पर बैठे BJP विधायक: फिर पद से इस्तीफा देने विधानसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र, जानें क्या है पूरा मामला
ये है पूरा मामला
दरअसल, सागर जिले के केसली क्षेत्र में सांप के डसने से एक ग्रामीण की मौत हो गई थी। मौत का कारण प्रमाणित करने के डॉक्टर पैसों की मांग कर रहे थे। डॉक्टर के रिश्वत मांगे जाने का साक्ष्य पीड़ित परिवार के पास है। इसके बाद भी पुलिस डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज नहीं कर रही थी। इस मामले की जानकारी जब विधायक बृज बिहारी पटेरिया को मिली तो वह अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए। जहां वे डॉक्टर पर FIR दर्ज कराने की मांग पर अड़ गए और धरने पर बैठ गए।
FIR नहीं होने पर भेजा था इस्तीफा पत्र
बृज बिहारी ने एफआईआर नहीं होने पर विधायक पद से इस्तीफा देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा दिया था। हालांकि उन्होंने अपने इस्तीफे की पेशकश को वापस ले लिया है। उन्होंने बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण था कि मैंने आक्रोश में वह कदम उठाया लिया था। अब इस्तीफे का कोई विषय नहीं है। संगठन सरकार मेरे साथ है। मैं मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करूंगा।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक