आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। छत्तीसगढ़ सरकार में वरिष्ठ मंत्री अमरजीत भगत ने आज जगदलपुर में एक ऐसा बयान दे दिया जो सियासी तौर पर उन्हें विपक्ष के निशाने में लाने के लिए काफी है. मंत्री भगत कहते हैं कि वे खिलाने वाले मंत्री, कवासी लखमा पिलाने वाले मंत्री. उन्होने यह भी कहा कि खिलाने-पिलाने से बड़ा काम कोई हो नहीं सकता. अमरजीत ने यह बयान महापौर शपथ ग्रहण समारोह के दौरान दिया.

भगत ने भले ही यह बयान मजाकिया अंदाज़ में दिया हो, लेकिन उनके बयान से कांग्रेस सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकती है. क्योंकि सरकार शराबबंदी के वादे को पूरा करने पर जोर दे रही है. दूसरी भगत हैं कि खाने के साथ पिलाने की बात कह रहे हैं. दरअसल मंत्री के पास खाद्य विभाग है. मंत्री जी सरगुजा से आते हैं. सरगुजा उन्नत किस्म के चावल उत्पादन के लिए देश-दुनिया में प्रसिद्ध हैं. इसलिए भगत जी कहते हैं कि हम खिलाने वाले मंत्री हैं. दक्षिण छोर में बस्तर है. इस इलाके से मंत्री कवासी लखमा आते हैं. लखमा के पास आबकारी विभाग है. वो विभाग जहाँ से शराब का हिसाब-किताब होता है.

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मंत्री भगत का यह बयान हर किसी के लिए हंसी का विषय था, साथ चर्चा यह भी हो रही है कि इस बयान के मायने क्या है ? आखिर मंत्री को ऐसा कहने की जरूरत क्यों पड़ी ?

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https://www.youtube.com/watch?v=HqXJ-72UZjg&feature=youtu.be