विनोद दुबे, रायपुर। पिछले कई सालों से प्रदेश में बड़ी संख्या में कर्ज एनपीए हो गए हैं. कई बड़ी नामी गिरामी उद्योग एवं संस्थान बैंको से कर्ज लेकर पैसा डकार गए हैं. अब बैंक ऐसे डिफाल्टरों से पैसा वसूलने के लिए उनकी संपत्तियों को नीलाम करने जा रहा है. इसी कड़ी में प्रदेश के बड़े शैक्षणिक संस्थानों में शुमार दिशा एजुकेशन सोसायटी का भी नाम सामने आया है. बैंक ने दिशा एजुकेशन सोसायटी से लगभग 164 करोड़ रुपये की वसूली के लिए संस्था की संपत्तियों की नीलाम करने जा रही है. ई-आक्शन के जरिये 7 फरवरी को संपत्ति नीलाम की जाएगी. हालांकि इसके पहलने जनवरी में भी संपत्ति नीलाम की जानी थी लेकिन बैंक को संपत्तियों का कोई भी खरीददार नहीं मिला.
दिशा एजुकेशन सोसायटी ने सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया से 2012 में 125 करोड़ 83 लाख रुपये का लोन लिया था जो कि ब्याज सहित बढ़कर 190 करोड़ रुपये हो गया. लोन की किश्त नहीं पटा पाने की स्थिति में बैंक से सेटलमेंट भी हुआ लेकिन उसके बावजूद दिशा एजुकेशन सोसायटी लोन नहीं पटा पा रहा था. हालांकि सोसायटी द्वारा 10 से 11 करोड़ रुपये जमा भी किया गया. लेकिन इसके बाद लोन न पटा पाने की स्थिति में बैंक ने केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन संचालित ऋण वसूली अधिकरण(डीआरटी) की शरण ली. जिसके बाद डीआरटी ने 164 करोड रुपये वसूली की मंजूरी दी.
दिशा एजुकेशन सोसायटी ने 125 करोड़ रुपये के लोन के एवज में जो जमीनें व मकान बैंक में मोडगेज रखे थे. संपत्ति खरीदी-बिक्री के जानकारों के मुताबिक वर्तमान में उसकी कीमत 15-16 करोड़ रुपये के आस-पास की ही है. हालांकि जमीनों में बाद में स्कूल/कॉलेज का निर्माण हुआ है. इस संबंध में बैंक के सहायक महाप्रबंधक ने बताया कि बैंक कर्ज देते वक्त न सिर्फ संपत्तियां देखता है बल्कि प्रोजेक्ट भी देखा जाता है और उसका आंकलन किया जाता है कि लोन लेने वाला उसे कितने सालों में चुका सकता है. जिसके बाद लोन की रकम निर्धारित की जाती है.
ये संपत्तियां होंगी नीलाम
दिशा एजुकेशन सोसायटी के सुरेन्द्र कुमार जैन के नाम पर शंकर नगर में स्थित अशोका क्राउन बिल्डिंग में 1645 स्क्वायर फीट पर बना फ्लैट क्रमांक ए और फ्लैट क्रमांक बी एवं इसके अलावा मेसर्स पंचम सेल्स प्रायवेट लिमिटेड के नाम पर शंकर नगर में स्थित अशोका क्राउन बिल्डिंग में 1820 स्क्वायर फीट पर बना फ्लैट क्रमांक डी, के साथ ही दिशा एजुकेशन सोसायटी की चिरुलडीह में स्थित 0.228 और 0.230 हेक्टेयर भूमि एवं भवन को बैंक नीलाम करेगा.