दरअसल, कुछ शरारती तत्वों ने पेरियार की प्रतिमा को भगवा रंग से रंगकर उसका स्वरूप बिगाड़ने की कोशिश की। प्रतिमा के पास से एक चप्पल भी मिली। पेरियार की प्रतिमा यहां इनामकुलथुर के समथुवापुरम में स्थित है। इस घटना की जानकारी होते ही लोग आक्रोशित हो गए। उधर राज्य के नेताओं ने भी घटना के खिलाफ गहरा विरोध दर्ज कराया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रविवार तड़के इनामकुलथुर के समथुवापुरम कॉलोनी में प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने को लेकर एक मामला दर्ज किया गया है। तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने इस घटना की निंदा और कहा कि जो भी इस घटना में लिप्त होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ट्वीट किया कि, समाज के दबे-कुचले और अखिरी पंक्ति में खड़े लोगों को न्याय दिलाने और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करने में पेरियार का महान योगदान रहा है। सरकार दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी।