कुछ लोग मजबूरी में पूरे दिन बोलते रहते हैं और कुछ की तो आदत होती है बक-बक करने की. वैज्ञानिकों ने ये सिद्ध किया है कि ज्यादा बोलने से शरीर की एनर्जी लौस होती हैं. अगर आप कम बोलते हैं या चुप रहते हैं तो ये एनर्जी आपके बॉडी में स्टोर होती हैं और किसी दूसरे काम में इस्तेमाल हो सकती हैं. साथ ही ज्यादा बोलने से कई बार आप अपनी ही बातों में फंस सकते हैं. इसलिए कभी-कभी कम बोलना भी आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है. डॉक्टर ये मानते हैं कि अगर आप पूरे दिन में 1 घंटे के लिए चुप रहते हैं तो आपको ये 6 बड़े फायदे हो सकते हैं. आइए जानते हैं क्या है चुप रहने के बड़े फायदे.

मेंटल पीस

अगर आप नियमित रूप से पूरे 24 घंटे में से 1 घंटे के लिए मौन रहते हैं तो इससे आपको मेंटल पीस या मन की शांति मिलेगी. चुप रहने से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन्स कम बनते हैं, जिससे मानसिक शांति मिलती है.

इमोशनल अवेयरनेस

आप जीतने देर तक चुप रहते हैं उतने देर आप खुद की अंतरआत्मा से बातें करते हैं. इससे आप खुद के साथ एक अच्छी इमोशनल कनेक्शन बना सकते हैं. खुद की भावनाओं के साथ जुड़ने के बाद आप अपनी गलत और सही चीजों में अंतर कर सकते हैं. इससे जीवन में आगे बढ़ने में आसानी होगी.

क्वालिटी स्लीप

24 घंटे में से 1 घंटा चुप रहना आपके सोने की गुणवत्ता को भी बड़ा सकता है. क्योंकि आपका दिमाग शांत हो जाता है, इसलिए आपको रात के समय आसानी से नींद आ सकती है. साथ ही इससे आपको एक गहरी और लंबी नींद मिलती है.

ब्लड प्रेशर कंट्रोल

हाई बीपी की शिकायत वाले लोगों को दिन में 1 घंटे के लिए जरूर मौन रहना चाहिए. इससे दिल और दीमाग शांत होते हैं और बॉडी रिलैक्स होती है. नियमित रूप से मौन रहने का अभ्यास करने से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और दूसरी दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.

इम्यूनिटी बूस्टर

कम बोलने से तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती हैं. ये दोनों चीजें आगे शरीर में बेहतर इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है. इम्यूनिटी अच्छी होने से शरीर की किसी भी रोग या बीमारी से लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है.

बेहतर स्पीकर

जितना अधिक आप मौन रहेंगे, उतना ही अच्छा आप बोलना सीखेंगे. कई सारे शोध ये सिद्ध करते हैं कि चुप रहने के बाद जब जरूरत के समय आप बोलते हैं तो आप एक अच्छे वक्ता होते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि फिर आप अपने शब्दों के चयन पर खास ध्यान देते हैं.