रायपुर. राजधानी में दो भयावह दृश्य देखने को मिला. पहली घटना पंडरी के श्याम मार्केट स्थित देशी शराब भट्ठी की है. यहाँ देशी शराब भट्ठी के चारों तरफ प्लास्टिक डिस्पोजल और शीशियों का अंबार लगा हुआ है. शराबी शराब पीकर जहाँ-तहाँ प्लास्टिक डिस्पोजल फेंक देते हैं. इस तरह जाने कब से फेंके हुए कचडों से कई टन मलबा चारों तरफ फैला हुआ है. आज किसी शराबी ने इन कचडों में आग लगा दी. आग की बढ़ती लपटें देख किसी ने अग्निशमन विभाग को इस बात की सूचना दी.

सूचना पर तत्काल दमकल की गाड़ी पहुंची. फायर फाइटर टीम आग से काबू पाने जूझती रही. और पास में ही शराबियों का जमावड़ा लगा रहा. लोग छककर जाम छलकाते रहे. यहाँ कचरों के निस्तारीकरण की क्या व्यवस्था है ये तो भट्ठी के संचालक ही जानें. और नगर निगम की ओर से सफाई की व्यवस्था है यह बात भी नगर निगम जानें. मगर यहाँ सवाल यह उठता है कि अगर यह घटना रात को होती तो क्या होता. जाहिर है किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता.

नए साल पर अरबों रुपयों की शराब बिक रही है.

अब आज राजधानी की आपको दूसरी घटना बताते हैं. पंडरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ही फूड कार्पोरेशन ऑफ़ इंडिया याने एफसीआई की गोदाम में अचानक भीषण आग लग गई. हालाँकि एफसीआई के 10 एकड़ में फैले गोदाम परिसर में लंबे समय से कुछ संग्रहण नहीं किया गया है. पुरे परिसर में झाड़ियों का अंबार लगा है. आसपास के लोगों ने बताया कि गोदाम परिसर में आये दिन लोग गांजा पीते हुए दिख जाते हैं. आज भी किसी गंजेड़ी द्वारा इस गोदाम परिसर में आग लगा दी गई.

आग इतनी भीषण थी कि आग की लपटें दूर-दूर तक दिखाई दे रही थी. अगर यह घटना भी रात को घटती तो किसी बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता था. एफसीआई गोदाम परिसर में आगजनी की सूचना पर दमकल की तीन गाड़ियाँ पहुंची थी. फायर फाइटर लगातार आग पर काबू पाने जूझते रहे. इधर परिसर की देखरेख करने वाले कंपनी के सुरक्षा गार्ड्स मोबाइल से संगीत सुनते हुए सारा नजारा और मशक्कत देखते रहे.