कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश सरकार भी डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने में जुटी हुई है, इसी कड़ी में मेडिकल विश्वविद्यालय जबलपुर के अंतर्गत आने वाले गजराराजा मेडिकल कॉलेज ग्वालियर सहित चार मेडिकल कॉलेज में डिजिटल मूल्यांकन केंद्र बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस कवायद के जरिए 2 लाख ऐसे छात्र जो नर्सिंग,मेडिकल,आयुष सहित अन्य चिकित्सा शिक्षा में पढ़ाई कर रहे है उनका रिजल्ट समय पर घोषित किया जा सकेगा। 

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डिजिटल मूल्यांकन केंद्र बनाने को लेकर कार्य परिषद के जरिए मंजूरी भी मिल चुकी है, ऐसे में अब ग्वालियर के साथ ही भोपाल इंदौर रीवा में भी सेंटर असेसमेंट प्रोग्राम के जरिए डिजिटल मूल्यांकन केंद्र तैयार किया जा रहे हैं। इन सभी केंद्रों में 50 के लगभग कम्प्यूटर लगाए जाएंगे,जिसके जरिये प्रोफेसर कॉपियों का डिजिटल मूल्यांकन कर सकेंगे। 

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हाल की मूल्यांकन व्यवस्था पर गौर किया जाए तो प्रोफेसर घर पर अपने लैपटॉप से ऑनलाइन मूल्यांकन करते थे, प्रोफेसर पर अभी तक यह दबाव नहीं था कि एक दिन में कितनी उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करना है, जिसके चलते वे अपनी मर्जी से उत्तर पुस्तिका चेक करते थे।  इससे नर्सिंग छात्रों का दो से तीन साल जबकि मेडिकल, आयुष और डेंटल कोर्स में प्रवेश लेने वाले छात्रों का रिजल्ट देरी से आता था। मेडिकल विश्वविद्यालय जबलपुर अपने चार क्षेत्रीय केंद्रों जिनमे ग्वालियर का गजराराजा मेडिकल कॉलेज भी शामिल है,इन सभी जगह तेजी से डिजिटल मूल्यांकन केंद्र की व्यवस्थाओं को पूरा करने में जुट गया है।

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