प्रतीक चौहान. रायपुर. अपने पटवारी हल्के में हो रही अवैध प्लाटिंग की जानकारी पटवारियों को कलेक्टर और तहसीलदार को दी है. न केवल रिपोर्ट सौंपनी है बल्कि उनके हल्के में अवैध प्लाटिंग न हो इसका ध्यान भी रखना है, लेकिन यहां तो पटवारी मैडम अपने ऑफिस में बैठकर अवैध प्लाटिंग करने वाले लोगों का काम आसान कर रही हैं. लल्लूराम डॉट कॉम की टीम जब अवैध प्लाटिंग के संबंध में जानकारी लेने ग्राहक बनकर पहुंची तो उन्होंने सीधे प्लाटिंग करने वाले व्यक्ति को फोन लगाया और बताया कि प्लाट खरीदने के लिए 3 लोग आए हैं.

इस महिला पटवारी को सर्च रिपोर्ट की एवज में 2-2 भी चाहिए थे. यानी संभवतः वे 2-2- हजार रूपए की बात कह रही है. ये पूरा मामला काठाडीह के कांदुल गांव का है और अवैध प्लाटिंग भी कही और नहीं पटवारी ऑफिस के ठीक पीछे ही हो रही है. यही कारण है कि टीम ग्राहक बनकर प्लाट खरीदने पहुंची. वहां मौजूद एक व्यक्ति ने उक्त 2 एकड़ से अधिक की जमीन को अपने पिता जी का होना बताया और कहा कि यहां की 19 हजार स्क्वेयर फीट जमीन की रजिस्ट्री 23 मार्च को ही हुई है और यहां जमीन का रेट 650 रुपए प्रति स्क्वेयर फीट है. सौदा पक्का होने पर 10-15 रूपए फीट कम करने की भी बात उक्त व्यक्ति ने कही.

इसके बाद लल्लूराम डॉट कॉम की टीम वहीं मौजूद पटवारी ऑफिस गई और वहां मौजूद पटवारी से उक्त जमीन की सर्च रिपोर्ट के संबंध में जानकारी मांगी. पहले तो उन्होंने सर्च रिपोर्ट 1-2 दिन बाद देने की बात कही और घर का पता पूछा. टीम ने जब उन्हें बताया कि वे काफी दूर रहते है तो उन्होंने सीधे प्लाटिंग करने वाले मालिक को फोन लगाया. संभवतः उक्त मालिक रिपोर्टर को जानता था. इसलिए उसने फोन में पटवारी को कहा कि ये तो मीडिया वाला है. इसके बाद पटवारी ने हमसे पूछा कि हम क्या काम करते है. हमने बताया कि हमारा अकाउंटिंग का काम है.

जिसके बाद उक्त मालिक ने पटवारी को ही कह दिया कि आप ही जमीन दिखा दो. इसके बाद हंसते हुए महिला पटवारी ने कहा कि मैं थोड़ी दिखाने जाऊंगी अभी… और वो सर्च रिपोर्ट लेने आए है. इसके बाद महिला पटवारी ने सर्च रिपोर्ट के लिए खर्चे की बात बताई. कहा कि सर्च रिपोर्ट का 2-2 लगेगा. वो ऑफिस में ही छोड़ दे. इस 2-2 का मतलब संभवतः 2-2 हजार रूपए था. क्योंकि 2 रूपए तो लगते नहीं और 2 लाख रूपए सर्च रिपोर्ट के लगते नहीं.

लल्लूराम डॉट कॉम के पास इसके प्रमाण मौजूद है. जिसमें पटवारी ने अवैध प्लाटिंग करने वाले एजेंट को फोन करती है और उन्हें ये कहती है कि ग्राहक आए है.

मैंने अवैध प्लाटिंग की रिपोर्ट सौंप दी है- कांदुल पटवारी

कांदुल पटवारी ने अपना पक्ष रखते हुए ये कहा कि इस संबंध में उन्होंने उक्त अवैध प्लाटिंग की रिपोर्ट अपने उच्च अधिकारियों को फरवरी माह में सौंप दी है और वे लगातार उनके पटवारी हल्का में हो रहे अवैध प्लाटिंग की रिपोर्ट सौंपी है.