Lalluram Desk. नए कारोबारी सत्र की शुरुआत निवेशकों के लिए राहत भरी रही है. भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार सुबह की शुरुआत मामूली बढ़त के साथ की, जिसमें सेंसेक्स लगभग 100 अंकों की छलांग लगाकर 82,500 के पास पहुंच गया, जबकि निफ्टी भी करीब 30 अंक चढ़कर 25,150 के स्तर पर कारोबार कर रहा है.

बाजार में यह मजबूती खासतौर पर बैंकिंग, सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और ऑटोमोबाइल सेक्टर की मदद से देखने को मिली है. हालांकि, कुछ बड़े एफएमसीजी और ऊर्जा क्षेत्र के शेयरों में दबाव बना रहा.

बाजार का तापमान: कौन चढ़ा, कौन फिसला?

बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 14 कंपनियों के शेयरों में बढ़त देखने को मिली है, जबकि 16 स्टॉक्स में कमजोरी रही. विश्लेषकों का मानना है कि निवेशकों का भरोसा फिलहाल बड़े कैप शेयरों में बना हुआ है.

ICICI Bank, Infosys और TCS जैसे दिग्गज शेयरों में ठोस खरीदारी दिखी है.

दूसरी ओर, Reliance Industries और ITC जैसे दिग्गज थोड़ी गिरावट में दिखे.

वैश्विक बाजारों का असर

भारतीय शेयर बाजार की चाल आज एशियाई और अमेरिकी संकेतों से भी प्रभावित हुई है. वैश्विक बाजारों में मिला-जुला माहौल रहा:

एशियाई बाजार

जापान का Nikkei 0.45% चढ़कर 38,385 पर
कोरिया का Kospi 0.66% ऊपर 2,890 पर
हांगकांग का Hang Seng 0.84% गिरकर 24,366 पर
चीन का Shanghai Composite 0.53% फिसलकर 3,402 पर

अमेरिकी बाजार

Dow Jones 0.25% ऊपर 42,866 पर बंद
NASDAQ Composite 0.63% और S&P 500 0.55% की तेजी के साथ बंद

पिछला कारोबारी दिन कैसा रहा?

10 जून को शेयर बाजार में खास हलचल नहीं रही. निफ्टी महज एक अंक की मामूली बढ़त के साथ 25 हजार 104 पर क्लोज हुआ. सेंसेक्स 53 अंक गिरकर 82,391 पर क्लोज हुआ. यह दिखाता है कि बाजार में निवेशकों की मानसिकता फिलहाल ‘रुको और देखो’ वाली है, खासकर जब वैश्विक संकेतों की दिशा अनिश्चित हो.

क्या है संकेत?

आज की बढ़त भले ही बहुत बड़ी न हो, लेकिन यह दर्शाती है कि बाजार में स्थिरता लौट रही है. सेक्टोरल प्रदर्शन से यह साफ है कि निवेशकों की दिलचस्पी मुख्य रूप से बैंकिंग और IT शेयरों में बनी हुई है. विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में IPO, विदेशी निवेश और अमेरिकी ब्याज दरों से जुड़े संकेत बाजार की दिशा तय करेंगे.