दिल्ली-एनसीआर बुधवार दोपहर गर्मी और उमस से परेशान रहा, लेकिन शाम को मौसम में बदलाव आया जिससे थोड़ी राहत मिली. हालांकि, यह राहत भीषण तूफान के साथ आई, जिसमें हवाओं की रफ्तार 79 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई. इस तूफान के कारण दो लोगों की जान चली गई. तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे, जिससे सड़कें जलमग्न हो गईं और ट्रैफिक थम गया. कई स्थानों पर पेड़ गिरने की घटनाएं हुईं. निजामुद्दीन में एक व्यक्ति तूफान में गिरे खंभे की चपेट में आकर मारा गया, जबकि गोकुलपुरी में एक बाइक सवार पर पेड़ गिरने से उसकी मौत हो गई. मृतक की पहचान 22 वर्षीय अजहर के रूप में हुई है.
दिल्ली-NCR सहित कई राज्यों में तेज हवाओं और बारिश के कारण बिजली के खंभे और पेड़ गिरने से जानमाल का नुकसान हुआ है. बुधवार शाम को 79 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, जिसके साथ ओलावृष्टि भी हुई. इस स्थिति के चलते कई क्षेत्रों में पेड़, बिजली के खंभे और होर्डिंग गिर गए. खराब मौसम के कारण मेट्रो रेल और हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ, जिससे यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इसके अलावा, देर रात तक कई स्थानों पर बिजली की आपूर्ति भी ठप रही.

विमानों की उड़ान पर पड़ा असर
इंडिगो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी दी है कि दिल्ली, चंडीगढ़ और कोलकाता में भारी बारिश और गरज-चमक के कारण उनकी उड़ानों का समय प्रभावित हुआ है. इसी तरह, एअर इंडिया ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए बताया कि बारिश और गरज-चमक के चलते दिल्ली से आने-जाने वाली उड़ानों में बाधा आ सकती है. स्पाइसजेट ने भी इसी संदर्भ में ‘एक्स’ पर उल्लेख किया कि दिल्ली में खराब मौसम के कारण सभी उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में तेज हवाएं और धूल भरी आंधी चली. सफदरजंग मौसम केंद्र ने हवा की गति 79 किमी प्रति घंटा रिकॉर्ड की, जबकि पालम में 74 किमी प्रति घंटा, प्रगति मैदान में 78 किमी प्रति घंटा और पीतमपुरा में 65 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई. शाम 5:30 से 8:30 बजे के बीच सफदरजंग में 12.2 मिलीमीटर बारिश हुई. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बारिश के कारण हुए हादसों में गाजियाबाद में तीन, दिल्ली और ग्रेटर नोएडा में दो-दो लोगों की जान गई, जबकि उत्तर प्रदेश में कुल 12 लोगों की मृत्यु हुई.
दिल्ली एयरपोर्ट से 8 उड़ानें लेट
भारी बारिश और आंधी-तूफान के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन, पेरिस, फ्रैंकफर्ट और सिंगापुर सहित आठ उड़ानें देरी से हुईं, जबकि तेल अवीव के लिए एक उड़ान रद्द कर दी गई. कई उड़ानों को अन्य स्थानों पर डायवर्ट भी किया गया. इसके साथ ही, आंधी-बारिश के चलते दिल्ली में येलो, रेड और पिंक लाइनों पर मेट्रो सेवा रोक दी गई, जिससे यात्री घंटों तक फंसे रहे. एक्वा लाइन मेट्रो का परिचालन भी प्रभावित हुआ, जिसमें ग्रेटर नोएडा डिपो जाने वाली मेट्रो परी चौक तक ही सीमित रही.
दिल्ली में 25 जगह गिरे पेड़
दिल्ली में 25 से अधिक स्थानों पर पेड़ गिरने की घटनाएं हुईं, जिससे पंत मार्ग, महादेव रोड, तुगलक रोड और विनय मार्ग जैसे प्रमुख मार्गों पर यातायात बाधित हो गया. अक्षरधाम फ्लाईओवर, सिकंदरा रोड और आईटीओ के पास तिलक ब्रिज के नीचे भारी जलभराव देखने को मिला. आंधी के कारण नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कई सोसाइटियों में शीशे टूट गए, जबकि ग्रेटर नोएडा के गैलेक्सी वेगा सोसाइटी में एक रॉड गिरने से 4-5 गाड़ियों को नुकसान पहुंचा.
उत्तर प्रदेश में मौसम ने ली करवट
उत्तर प्रदेश में बुधवार शाम मौसम में अचानक बदलाव आया, जिसके परिणामस्वरूप गाजियाबाद और नोएडा में तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश हो रही है, जबकि कुछ क्षेत्रों में लू का प्रकोप भी जारी है. पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है, साथ ही कुछ स्थानों पर 40-50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं और धूल भरी आंधी भी देखने को मिल सकती है. मौसम विभाग ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में आज बारिश की संभावना की पुष्टि की है.
गोवा में मूसलधार बारिश ने जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. बुधवार को मडगांव के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिससे पर्यटकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इसी दौरान, पणजी समेत कई इलाकों में सड़कों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे यातायात में बाधा आई. बारिश के कारण सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं. एक चिंताजनक घटना में, एक बाइक सवार युवक बारिश के बीच फिसलकर सड़क के किनारे बह रहे नाले में गिर गया.
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में अधिक बारिश की चेतावनी जारी की है. प्रशासन ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें. इसके साथ ही, नगर निगम और लोकनिर्माण विभाग को जलनिकासी की व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए गए हैं. गोवा में मानसून के आगमन के साथ ही कई स्थानों पर जलभराव और सड़क धंसने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बुनियादी ढांचे को समय पर मजबूत नहीं किया गया, तो भविष्य में ऐसी समस्याएं और भी बढ़ सकती हैं.
मानसून देगा दस्तक
केरल में अगले चार से पांच दिनों में मानसून के आगमन की संभावना है. हालांकि, मानसून के आने से पहले ही पश्चिमी घाट के कुछ क्षेत्रों, कर्नाटक और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में आंधी और भारी बारिश का सामना किया जा रहा है. हाल ही में पालघर जिले के नाला सोपारा में मूसलधार बारिश के कारण एक घर का छज्जा गिर गया, जिसमें दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
वज्रपात और भारी वर्षा का पूर्वानुमान
कर्नाटक के तटीय और घाटी क्षेत्रों में 204.5 मिमी से अधिक वर्षा की संभावना है. असम, मेघालय, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और उत्तरी कर्नाटक के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं 50-60 किमी प्रति घंटे की गति से चल सकती हैं, साथ ही वज्रपात और भारी वर्षा की भी आशंका है, जिसमें वर्षा 204.4 मिमी तक हो सकती है.
इन राज्यों में बिगड़ेगा मौसम
आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, मराठवाड़ा, नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ 64.5 से 115.5 मिमी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, समुद्र तल से लगभग 1.5 किमी की ऊँचाई पर एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है, जबकि एक पश्चिम-पूर्व ट्रफ लाइन मध्य पाकिस्तान से शुरू होकर राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल होते हुए उत्तरी बांग्लादेश तक फैली हुई है.
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