नरेश शर्मा, रायगढ़। घरघोड़ा नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 में हाल ही में बनी सड़क पर दोबारा रातों-रात निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था। जब इस मामले को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आपत्ति दर्ज कराई, तब जाकर काम रोका गया। इसके बाद नगर पंचायत सीएमओ ने गुणवत्ताहीन निर्माण को तोड़कर कार्यालय को सूचित करने का निर्देश जारी किया है।

गौरतलब है कि वार्ड नंबर पांच में दीप्ति मिश्रा के द्वारा सड़क निर्माण कराया गया है। इस सड़क के लिए करीब साढ़े 6 लाख रुपये स्वीकृति मिली थी, जिसमें राजू साहू घर से बाबूलाल घर तक निर्माण कराया जाना था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिस सीसी सड़क का दोबारा निर्माण कराया गया, वह पहले से ही पूरी तरह से दुरुस्त और चालू हालत में थी। इस सड़क में न कोई दरार थी, न गड्ढे और न ही किसी प्रकार की मरम्मत की आवश्यकता थी, फिर भी रातों-रात जैक्स मशीन और निर्माण सामग्री लेकर उसे अचानक उखाड़ दिया गया।

लोगों का कहना है कि इस कार्य के पीछे कोई तकनीकी कारण नहीं था, बल्कि यह एक सुनियोजित तरीके से किया गया अनावश्यक निर्माण है, जो कमीशनखोरी और ठेकेदारी की मिलीभगत को उजागर करने का आरोप तक लगाए थे और इसकी शिकायत दी थी। इन परिस्थितियों के बाद काफी विवाद की स्थिति निर्मित हुई थी और ठेकेदार को काम रोकना पड़ गया था। इसके बाद सीएमओ ने जांच दल गठित कर रिपोर्ट तलब की थी। इस बीच नगर पंचायत सीएमओ ने नोटिस जारी किया है। उक्त नोटिस में दीप्ति मिश्रा को निर्देशित किया कि राजू साहू के घर से बाबूलाल के घर तक 6.04 लाख रुपये की लागत से स्वीकृत सीसी रोड निर्माण कार्य को बिना लेआउट तथा बिना तकनीकी मार्गदर्शन के प्रारंभ कर गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य किया गया है। तत्काल उक्त कार्य को तोड़कर कार्यालय को सूचित करें, अन्यथा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी आपकी स्वयं की होगी। सीएमओ के इस सख्त रवैये से नगर पंचायत के ठेकेदारों में हलचल मच गई है।