योगेश राजपूत, बेमेतरा। गौ माता को ‘राजमाता’ का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर बेमेतरा जिला मुख्यालय में शुरू हुआ आंदोलन रात होने के बावजुद अब तक जारी है। आज शिव गंगा धाम के दंडी स्वामी ज्योतिर्मयानंद के नेतृत्व में हजारों की संख्या में गौ भक्त, युवा, महिलाएं और बच्चे कलेक्टरेट परिसर पहुंचे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया और परिसर के बाहर मुख्य द्वार पर नारेबाजी करते हुए सड़क पर धरने पर बैठ गए है। मौजुदा समय में धरना और चक्का जाम जारी है, जिससे रायपुर-जबलपुर हाइवे पर जाम की स्थिति बन गई है।

गौसेवकों ने गौ तस्करी और दुर्घटनाओं पर जताई नाराजगी
बता दें कि क्षेत्र में लगातार गौ तस्करी की घटनाएं सामने आ रही हैं। साथ ही सड़कों पर दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में गायों की मौत हो रही है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस और जिला प्रशासन इस पूरे मामले में निरंकुश रवैया अपनाए हुए हैं। गौ रक्षकों का कहना है कि यदि यही स्थिति जारी रही तो वे सड़क पर संघर्ष करने को मजबूर होंगे और हर हाल में गौ माता को राजमाता का दर्जा दिलाकर रहेंगे।

“गाय विश्व की माता, पशु श्रेणी से बाहर निकाला जाए”
दंडी स्वामी ज्योतिर्मयानंद ने इस दौरान कहा- “यह देश सनातन धर्मियों का है और हमारे यहां गौ माता सर्वोपरि मानी जाती हैं। पूज्य जगतगुरु शंकराचार्य पूरे देश में अभियान चला रहे हैं कि गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाए। राज्य स्तर पर कम से कम गौ माता को राजमाता का दर्जा मिलना चाहिए। शास्त्रों में कहा गया है ‘विश्वस्य मात्रा गाय’, यानी गाय पूरे विश्व की माता है। लेकिन आज उन्हें पशु श्रेणी में रखकर मवेशी की तरह व्यवहार किया जा रहा है। गौ माता के मांस की खुलेआम कटाई हो रही है और विदेशों में भेजा जा रहा है। यह हमारी परंपरा और संस्कृति के लिए कलंक है।”

उन्होंने आगे कहा कि गौ माता को माता की श्रेणी में लाकर संवैधानिक मान्यता दी जानी चाहिए। इसी मांग को लेकर आज कलेक्टर के माध्यम से राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जा रहा है।
कलेक्टर परिसर के बाहर डटे हुए हैं स्वामी ज्योतिर्मयानंद और गौसेवक
खबर लिखे जाने तक प्रदर्शनकारी कलेक्टर परिसर के बाहर डटे हुए हैं। दंडी स्वामी ज्योतिर्मयानंद अपने अनुयायियों और गौसेवकों के साथ सड़क पर बैठकर भजन-कीर्तन कर रहे थे। कलेक्टर अब तक प्रदर्शनकारियों से मिलने नहीं पहुंचे थे, जिससे आक्रोश और बढ़ गया।
“हम संघर्ष के लिए तैयार हैं” – दंडी स्वामी ज्योतिर्मयानंद

ज्योतिर्मयानंद ने कहा, “हमारी मांग सीधी है – गौ माता को राजमाता का दर्जा मिले। प्रशासन केवल दो मिनट समय देकर हमारी बात सुन ले तो मामला खत्म हो सकता है, लेकिन कलेक्टर का रवैया टालमटोल वाला है। यदि प्रशासन उदासीन रहेगा तो हम आंदोलन को और व्यापक करेंगे। चाहे दिन हो या रात, हम यहां भजन-कीर्तन करते हुए बैठे रहेंगे। हमारी लड़ाई शांतिपूर्ण है, किसी भी तरह की गाली-गलौज या हिंसा नहीं होगी। लेकिन गौ माता के सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।”
गौरतलब है कि बेमेतरा में यह आंदोलन फिलहाल लगातार बढ़ रहा है और जिले की शांति व्यवस्था के लिए चुनौती बनता दिख रहा है। आंदोलनकारियों ने साफ किया है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे सड़क से नहीं हटेंगे।
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