केशव साहू, कसडोल. बलौदाबाजार जिले के शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मरदा में छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत मिलने के बाद शनिवार को लोक शिक्षण विभाग ने सभी आरोपी शिक्षकों को निलंबत कर दिया है.
जारी आदेश में कहा कि शाला के शिक्षकों द्वारा अश्लील हरकत किए जाने की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से संचालनालय लोक शिक्षण में प्राप्त हुई है. इस पर संचालक ने 8 नवंबर को रामेश्वर प्रसाद साहू, दिनेश कुमार साहू, चंदन दास बघेल एवं रूप नारायण साहू, व्याख्याता एलबी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय जाच की कार्यवाही की जा रही है.
इसी प्रकार अन्य आरोपी लालमन बेरवंश एवं देवेन्द्र कुमार खुंटे व्याख्याता (पंचायत) को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला-पंचायत बलौदाबाजार द्वारा निलंबित किया गया है. तथा महेश कुमार वर्मा सहायक शिक्षक एलबी को जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार द्वारा निलंबित किया गया है. इनके स्थान पर मरदा स्कूल में अन्य शिक्षकों द्वारा पढ़ाई किए जाने के आदेश भी जारी किया जा चुका है.
दरअसल शुक्रवार को बलौदाबाजार विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मरदा में शिक्षकों ने लगातार कई दिनों से स्कूली छात्राओं के साथ अश्लील हरकत कर रहे थे. यहां तक छात्राओं से फोन पर अश्लील बातें की जा रही थी. अचरज की बात है कि इस कृत्य में आधा दर्जन शिक्षक शामिल थे. इससे परेशान छात्राओं ने हिम्मत कर अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी. गुरुवार को पालकों ने विद्यालय परिसर में जनचौपाल लगाकर शिक्षकों की काली करतूत का खुलासा किया. इसके बाद परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई. रात तक ग्रामीणों की भीड़ पुलिस थाने में लगी रही. वहीं भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रही.
प्रैक्टिकल के नाम पर दबाव
पीड़ित छात्राओं ने बताया था कि शिक्षक प्रैक्टिकल का दबाव बनाकर छेड़छाड़ करते थे. विरोध करने पर प्रैक्टिकल में फेल करने की धमकी दी जाती थी. यह गंदा काम कई दिनों से चल रहा था. छात्रा शिक्षकों से डर की वजह से किसी को इस बात की जानकारी नहीं दे पा रहे थे. लेकिन ज्यादती ज्यादा बढ़ने पर परिजनों को शिक्षकों की करतूत बताई.
शिक्षक के नाम कलंक
परिजनों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि ये लोग शिक्षक के नाम पर कलंक है. इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो. वहीं इतनी बड़ी घटना की सूचना मिलने के बाद देर रात जिला शिक्षा अधिकारी आरके वर्मा अपने मातहत कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने पूरी घटना को निंदनीय बताते हुए कार्रवाई की बात कही थी.