रायपुर। छत्तीसगढ़ के निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में कई विद्यार्थियों ने अपनी सेमेस्टर फीस जमा नहीं की है, जिसके कारण इन इंजीनियरिंग कॉलेजों को वित्तीय परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस बारे में निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की बॉडी एपीपीआईसी से बात करने पर जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ के स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी (सीएसवीटीयू) के अधीन सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के विद्यार्थी बिना पूरी फीस जमा किए सेमेस्टर एग्जाम में शामिल हो रहे हैं.

गौरतलब है कि पिछले साल 2016 से सीएसवीटीयू द्वारा ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने और एडमिट कार्ड देने का काम शुरू किया गया है. ऑनलाइन प्रक्रिया होने से मोदी सरकार के डिजिटलाइजेशन को गति मिलेगी, साथ ही सभी काम ऑनलाइन होने से छात्रों की परेशानी कम होगी. प्रदेश के निजी इंजीनियरिंग कॉलेज प्रबंधन ने भी इसका स्वागत किया.

एपीपीआईसी के सदस्यों ने बताया कि विद्यार्थियों की बकाया फीस के कारण निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों को वित्तीय समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है. 2-3 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज आर्थिक संकट के कारण बंद भी हो गए हैं. इस कारण से सभी कॉलेजों ने सीएसवीटीयू में इसे लेकर पत्र लिखा है, हालांकि अभी तक समस्या का निराकरण नहीं हुआ है.

एपीपीआईसी का कहना है कि सीएसवीटीयू जब ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरवा रही है और परीक्षा में बैठने के लिए एडमिट कार्ड दे रही है, तो ऐसे में सीएसवीटीयू हरेक विद्यार्थी से सेमेस्टर फीस लेने के बाद ही एडमिट कार्ड दे और संबंधित कॉलेजों को फीस ट्रांसफर कर दे या फिर निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्राचार्य को एडमिट कार्ड में हस्ताक्षर कर एडमिट कार्ड प्रदान करने की अनुमति दे, तभी इस समस्या का निराकरण हो पाएगा.

एपीपीआईसी के सदस्यों का ये भी कहना है कि सीएसवीटीयू ये भी नियम ला सकती है कि जब तक ” नो ड्यूस ” फॉर्म इंजीनियरिंग कॉलेजों के विद्यार्थी अपने संबंधित कॉलेजों के प्राचार्य से हस्ताक्षर कर जमा नहीं करते हैं, तब तक विद्यार्थियों को सीएसवीटीयू एडमिट कार्ड जारी नहीं करे.