
सत्यपाल राजपूत, रायपुर. राजधानी के पेंशनबाड़ा स्थित आदिवासी बालक छात्रावास में नौकरीपेशा और बाहरी लोगों का कब्जा होने से छात्र बेहद परेशान है. अधिकारियों से शिकायत किए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. आज छात्रावास के आक्रोशित छात्रों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आदिम जाति कल्याण मंत्री प्रेमसाय सिंह के बंगले का घेराव कर दिया. इन छात्रों ने बताया कि कुछ दिन पहले अपर कलेक्टर ने जांच किया था. कुछ लोगों को बाहर निकाला गया था. लगभग 30-40 बाहरी लगों का फिर कब्जा हो गया है.
आदिवासी छात्र नेता योगेश ठाकुर ने कहा कि इस मामले की शिकायत सभी अधिकारियों से की गई है, लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ़ लीपापोती की गई है. आज भी लगभग 40 लोग बाहरी व्यक्ति हॉस्टल में रह रहे हैं.
हम चाहते हैं कि आदिवासी बालक छात्रावास पेंशन वार्ड में आप बाहरी लोगों और नौकरी करने वाले को निकाला जाए और परीक्षा समाप्त होते ही अप्रैल में छात्रावास बंद कर दिया जाए. साथ ही छात्रावास का प्रवेश की ज़िम्मेदारी सहायक आयुक्त को सौंपा जाए. नए सत्र में 11वीं एवं 12वीं प्रथम वर्ष की छात्रा को प्रवेश में प्राथमिकता दिया जाए.
छात्रों से मिलने के लिए पालकों का अधिकार होना चाहिए. इन मांगों को लेकर आज ज्ञापन सौंपे हैं. यदि हमारे मांग पर ध्यान नहीं दिया गया तो आगे चलकर उग्र आंदोलन करेंगे