कुमार इंदर,जबलपुर। जबलपुर के धर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में गुरुवार से शुरू हुआ छात्रों का आंदोलन अब आमरण अनशन में बदल गया है. इससे पहले तक छात्र क्रमिक अनशन कर रहे थे. अब आंदोलन को और तेज करने के लिए आमरण अनशन शुरू हो गया है. इस भूख हड़ताल के चलते दो छात्राओं की तबीयत बिगड़ी गई है. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. छात्रों का कहना है कि उनकी मांगे ना माने जाने तक उनका अनशन इसी तरह जारी रहेगा. छात्र कुलपति के इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं. संस्थान में हुई नियुक्ति से जुड़े मामले में भी जांच करवाने की मांग कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि बेताहसा फीस बढ़ोत्तरी का मामला हो, खेल ग्राउंड हो या कैंटीन हर जगह भ्रष्टचार हो रहा है.

पहनावे को लेकर टिप्पणी

छात्रों ने यूनिवर्सिटी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. छात्राओं ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर छात्राओं के कपड़ों को लेकर प्रशासन अनावश्यक टिप्पणियां करता है. जिसके चलते छात्राएं अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं करतीं.

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एक सबजेक्ट की फीस 500 से बढ़ाकर 7500 रुपए

छात्रों का आरोप है कि प्रशासन ने कम अटेंडेंस को पूरा करने के लिए एक्स्ट्रा क्लास लगाई जाती है. पहले एक्स्ट्रा क्लास की फीस 500 रुपये पर सबजेक्ट थी, लेकिन अब 7500 रुपये प्रति विषय कर दी गई है. इसके अलावा सालाना फीस 1.80 लाख रुपये थी. जिसे बढ़ाकर 2.20 लाख कर दी गई है. छात्रों के मुताबिक कॉलेज प्रबंधन को सालाना 10 प्रतिशत फीस बढ़ाने का नियम है, लेकिन प्रशासन ने एक साथ ही इससे कहीं ज्यादा फीस बढ़ा दी. छात्रों ने बताया कि प्रशासन ने छात्र-छात्राओं के पहनावे को लेकर भी नियम बनाए है. इसमें कालेज में लड़कों को सिर्फ जूते पहनकर आना है. चप्पल पहनने पर पहली बार 200, फिर 500 और तीसरी बार एक हजार रुपये जुर्माना लिया जाएगा.

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खेल मैदान में भी खेला

नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों को खेलने के लिए एक मैदान भी हायर किया गया है. जिसकी सालाना फीस 18 लाख 50 हजार रुपए है, लेकिन मैदान की हालत देखकर कभी नहीं लगता कि यहां कोई खेल का आयोजन भी होता है. यही नहीं छात्रों का आरोप है कि बरसात के दिनों में कैंटीन के अंदर टपकते छत के नीचे छात्रों को खाना खाना पड़ता है.

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