रायपुर। विश्व के लगभग सभी देश प्रदूषण की समस्या से परेशान है और इसे दूर करने के लिए अलग-अलग उपाय सोच रहे हैं. भारत में भी वायु प्रदूषण की समस्या अपना विकराल रुप ले रही है. इसी समस्या से निजात पाने के लिए देश अब इलेक्ट्रिक परिवहन की तरफ बढ़ रहा है, क्योंकि वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण पेट्रोलियम चलित परिवहन है. श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (SSIPMT) रायपुर के मेकेनिकल विभाग के छात्रों के द्वारा 3 वर्षों के कड़ी मेहनत के बाद एक पुरानी पेट्रोल बाईक को इलेक्ट्रिक बाईक में तब्दील कर दिया गया है. यह बाईक 7 रुपए के खर्च में सिंगल चार्ज होकर 250 किलोग्राम वजन लेकर 45 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से 100 कि.मी. तक का सफर कर किया जा सकता है.
चारों छात्र सागर साहू, जसप्रीत सिंग, कुणाल उरकुड़े एवं भुवेश साहू ने यह बाईक अपनी ट-अप कंपनी (Eevrex Automotive) के अंडर में बनाया गया है. और इन्होंने इसे “हमर” एक छत्तीसगढ़ी नाम दिया है जिसका मतलब है “हमारा या अपना”. छात्रों ने बताया कि एक इलेक्ट्रिक बाईक की कीमत आज लगभग 1.25 लाख से शुरुआत होती है और उनकी टीम का दावा है कि बल्क प्रोडक्शन होने पर इस बाईक की कीमत को 60 हजार रु. तक किया जा सकता है.
रिसर्च टीम ने बताया कि यह बाइक नॉइस फ्री, प्रदूषण रहित है, एवं उनकी टीम इस पर और काम कर रही है ताकि बाईक को 75 कि.मी. प्रति घंटे की स्पीड तक ले जाया सके और ज्यादा आराम दायक बनाया जा सके. संस्था के चेयरमैन निशांत त्रिपाठी ने बताया कि इनावेशन ही SSIPMT की पहचान है, हम हर दिन कुछ नया करने के लिए प्रतिबद्व है. उन्होंने विशेष रुप से CSVTU, Bhilai का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए अपने एक प्रोग्राम TEQIP-III के द्वारा हमें वित्तीय सहायता प्रदान की. विभागाध्यक्ष प्रो. अतुल चक्रवर्ती, प्राचार्य डॉ. आलोक कुमार जैन एवं छात्रों की टीम को बधाई दी एवं उज्जवल भविष्य की कामना की.