आईआईटी गुवाहाटी में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ एमटेक और पीएचडी छात्र जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस साल न सिर्फ पीएचडी बल्कि एमटेक और बीटेक कोर्सेज की फीस में इजाफा किया गया है। मंगवार दोपहर से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अन्य छात्रों का समर्थन मिलने के बाद और तेज हो गया। बताया जा रहा है कि बीटेक छात्र भी इसमें जल्द ही शामिल हो सकते हैं। विरोध प्रदर्शन तब शुरू हुआ जब संस्थान के प्रशासन ने अपने वादे से मुकरते हुए फीस में अचानक बढ़ोतरी कर दी है जबकि 17 जुलाई को आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक, छात्र मामलों के डीन, शैक्षणिक मामलों के डीन और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में आयोजित एक ओपन हाउस सत्र में बढ़े हुई फीस स्ट्रक्चर पर सहमति बन गई थी।

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एक पीएचडी स्कॉलर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ‘पिछले हफ्ते एक ओपन हाउस डिस्कशन आयोजित हुआ था और प्रशासन ने कहा कि वे हमारी बात सुनने आए हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि वे समय काटने आए थे। मंगलवार (22 जुलाई) जुलाई-नवंबर सेमेस्टर के लिए पंजीकरण का दिन था। हालांकि फीस का भुगतान किए बिना पंजीकरण नहीं कर सकते। संस्थान ने पंजीकरण की स्थिति के बारे में ठीक से सूचित नहीं किया क्योंकि ओपन हाउस के बाद हमें फीस में संशोधन का वादा किया गया था।’ एनटीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को जब शोधार्थी अपने-अपने विभागीय अधिकारियों के पास पहुंते तो कथित तौर पर उन्हें सेमेस्टर रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान न करने का हवाला देते हुए सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन करने से रोक दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वजह से विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ।

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कितनी बढ़ी फीस

बताया जा रहा है कि पीएचडी छात्रों की कुल फीस (जुलाई-नवंबर) सेमेस्टर 2025 के लिए 10,900 रुपये बढ़ा दी गई है। पहले जनवरी-मई 2025 सेमेस्टर में 34,800 रुपये फीस थी, जो कि बढ़ोतरी के बाद 45,700 रुपये हो गई है।

रिसर्च स्कोलर्स ने कहा कि नए छात्रों को 92000 रुपये की भारी-भरकम फीस देनी होगी। इसके अलावा नए संशोधन लागू होने के बाद हर सेमेस्टर में उनकी कुल फीस लगभग 57000 रुपये होगी (क्योंकि उन पर नई ट्यूशन फीस लागू की गई है)। यह उनके स्टाइपेंड से 20,000 रुपये अधिक है। पार्ट टाइम स्कॉलर्स की फीस में भी 2,500 रुपये से 25,000 रुपये प्रति सेमेस्टर तक की भारी वृद्धि हुई है।

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पीएचडी छात्रों का यह भी आरोप है कि केंद्र द्वारा दिया जाने वाला एचआरए (मकान किराया भत्ता) भी आईआईटी गुवाहाटी स्कोलर्स को नहीं देता है। इसके अलावा छात्रों से होस्टल फीस भी लिया जाता है। पीएचडी छात्र ने कहा कि आईआईटी-जी हमसे दोगुना पैसा वसूल रहा है।

बढ़ा फीस स्ट्रक्चर

  • छात्रों का आरोप है कि मेस फीस 2019-20 के 12,000 रुपये से बढ़कर अब 22,000 रुपये हो गया है, जबकि खाने की क्वालिटी में गिरावट आई है।
  • जिम फीस 1,000 रुपये से दोगुना होकर 2,000 रुपये हो गई है।
  • मेडिकल फीस 100 रुपये से पांच गुना बढ़कर 500 रुपये हो गई है।
  • होस्टर का किराया 1,000 रुपये से दोगुना होकर 2,000 रुपये हो गया है और होस्टल फंड में लगभग चार गुना वृद्धि हुई है, जो 600 रुपये से बढ़कर 2,200 रुपये हो गई है।
  • रजिस्ट्रेशन व एडमिशन में भी दोगुना वृद्धि हुई है, जो 1,000 रुपये से बढ़कर 2,000 रुपये हो गया है।

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