अमित पवार, बैतूल। मध्य प्रदेश में छात्राओं को साइकिल वितरित कर उनके हौसलों को नए पंख  दिए जा रहे हैं। एक ओर सरकार बालिकाओं को प्रोत्साहित करने और उनके लिए सुविधाएं देने का दावा करती है। तो दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। बैतूल से ऐसा ही एक शर्मनाक मामला सामने आया है जहां दर्जनों छात्राओं से कड़ी धूप में मजदूरों की तरह मेहनत कराया गया और साइकिलों को गोडाउन में रखवाया गया।

साइकिल वितरण के नाम पर छात्राओं से कराई मेहनत

दरअसल, पूरा मामला बैतूल की एमएलबी कन्या शाला का है, जो कलेक्टर कार्यालय से सटा हुआ है। बता दें कि सरकार छात्राओं की सुविधा के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर निशुल्क साइकिलें बांटती है। लेकिन स्कूल में साइकिल वितरण के नाम पर मानवता को शर्मसार कर दिया गया। 

गोडाउन तक ढोकर साइकिलें रखती छात्राओं का वीडियो वायरल

वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि किस तरह ट्रकों से साइकिलें उतरवाई गईं और दर्जनों छात्राएं उन्हें धूप में गोडाउन तक ढोती रहीं। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान स्कूल के प्राचार्य भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इस अमानवीय कृत्य को रोकने की कोई कोशिश नहीं की। सवाल यह उठता है कि अगर इसी दौरान कोई छात्रा चोटिल हो जाती तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होती? 

दोषियों पर होगी कार्रवाई?

जब मीडिया ने इस पूरे मामले को उजागर किया तब एडीएम राजीव नंदन श्रीवास्तव ने जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही। अब देखना होगा कि इस मामले में वास्तव में कोई कार्रवाई होती है या फिर यह मामला भी एक फाइलों में दबकर रह जाएगा।

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