भुवनेश्वर : उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने आज कहा कि एक लाख से अधिक महिलाएं अपने राशन कार्ड विवरण और घोषित आय में विसंगतियों के कारण ओडिशा सरकार की सुभद्रा योजना की दूसरी किस्त प्राप्त करने से वंचित रह गई हैं। परिडा के अनुसार, कई महिलाओं ने अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार के बाद स्वेच्छा से अपने राशन कार्ड वापस कर दिए।

उन्होंने कहा कि कुछ महिलाओं ने वाहन खरीदे या खरीद केंद्रों पर अधिक धान की पैदावार की सूचना दी, जिसके कारण उन्हें योजना से बाहर रखा गया। इन विसंगतियों को दूर करने के लिए, राज्य सरकार प्रभावित लाभार्थियों की पात्रता का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए 31 मार्च के बाद एक विस्तृत सर्वेक्षण करेगी।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि सुभद्रा योजना के तहत करीब 1 लाख महिलाओं को दूसरी किस्त का पैसा नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा, “हम इस बात को लेकर चिंतित हैं।”

हालांकि, उपमुख्यमंत्री ने इस बात की वजह भी बताई कि इन महिलाओं को लाभ क्यों नहीं मिल पाया। जिन महिलाओं को पहली किस्त मिली थी, जब दूसरी किस्त आई तो उनके पास जो राशन कार्ड था, वह उनकी आय वर्ग अधिक होने के कारण वापस कर दिया गया। इस वजह से 1 लाख महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ी है।

इस बीच कुछ महिलाओं ने वाहन भी खरीद लिए हैं। साथ ही, यह भी पाया गया है कि धान खरीद के दौरान उन्होंने मंडी में ज्यादा धान दिया है, जबकि उनके पास 5 एकड़ जमीन नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समस्या ने लाभार्थी चयन प्रक्रिया को चुनौती दी है।

इसलिए हम एक लाख महिलाओं की समीक्षा कर रहे हैं। जो पात्र पाई जाएंगी, उन्हें राखी पूर्णिमा पर दूसरी किस्त की राशि दी जाएगी। गौरतलब है कि सुभद्रा योजना के लिए आवेदन की अवधि आगामी 31 मार्च तक है। जो 21 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं, वे आवेदन कर सकते हैं। जो लोग छूट गए हैं, उनका 31 मार्च के बाद एक-एक करके सर्वेक्षण किया जाएगा, ताकि पता लगाया जा सके कि क्या कारण है और समस्या का समाधान किया जाएगा।