रायपुर. जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए इच्छाशक्ति की जरूरत होती है. इच्छा शक्ति दृढ़ संकल्प और निरंतर प्रयास करते रहने से व्यक्ति एक दिन सफलता प्राप्त कर लेता है. हर व्यक्ति के लिए जीवन में सफलता का अलग-अलग मंत्र है. जीवन में हर कठिनाई व परीक्षा को चुनौती के रूप में स्वीकार करना व पूरे मनोभाव दृढ़ इच्छा शक्ति के किसी कार्य को करना व्यक्ति को उसकी सफलता की मंजिल तक पहुंचा सकता है.
जीवन में वही व्यक्ति सफल होता है, जिसे यह पता होता है कि उसे क्या करना है, कब करना है और कैसे करना है. जीवन में हर सफल व्यक्ति 3 मंत्रों से आगे बढ़ता है, पहला उसे यह मालूम होता है कि वह क्या है, दूसरा उसे क्या करना है और तीसरा वह किस योजना के द्वारा मंजिल तक पहुंच सकता है.
अगर मनुष्य मे इच्छा शक्ति ही ना रहे तो किसी भी प्रकार की कोई भी इच्छा व्यक्ति मे उत्पन्न होगी ही नहीं. कई बार कहा जाता है की इच्छाओ का शमन उत्तम है. लेकिन ऐसा नहीं है, अगर ऐसा ही होता तो हमारे ऋषि मुनियो ने इसे हमारी मुख्य शक्ति क्यों कहा. वास्तव मे इच्छा शक्ति ही नूतन क्रिया को जन्म देती है.
हर परिस्थिति का सामना करने के लिए इच्छाशक्ति का होना आवश्यक होता है और इच्छाशक्ति को ज्योतिषीय में तीसरे स्थान से देखा जाता है. यदि तीसरा स्थान मजबूत हो तो व्यक्ति की इच्छाशक्ति मजबूत होती है और यदि तीसरा स्थान या तीसरे स्थान का कारण ग्रह विपरीत हो, कमजोर हो या क्रूर ग्रहों के साथ हो तो ऐसे लोग जल्दी ही परेशान हो जाते हैं और कमजोर इच्छाशक्ति के कारण पलायनवादी होते हैं. आप भी कमजोर इच्छाशक्ति के कारण परेशान हैं तो आपको अपनी इच्छाशक्ति को मजबूत करने के लिए भगवती कमला की पूजा करनी चाहिए.
इच्छा शक्ति के विकास के लिए भगवती कमला से सबंधित प्रयोग करने चाहिए. महाविद्या कमला अपने आप मे इच्छा तत्व पर अपना प्रभुत्व रखती है. इस प्रयोग को करने के बाद इच्छा शक्ति मे विकास होता है और इस महत्वपूर्ण प्रयोग करने पर सभी क्षेत्र मे विजय प्राप्ति करने का सामथ्र्य प्राप्त कर सकता है.
इस प्रयोग को साधक बुधवार से करें. वस्त्र और आसान लाल या सफेद हो. दिशा उत्तर हो. समय रात्री काल मे 10 बजे के बाद का रहे. अपने सामने देवी कमला का चित्र या यंत्र स्थापित करे तो उत्तम है. उसके बाद घी का दीपक लगाए तथा देवी कमला को इच्छाशक्ति मे विकास तथा साधना मे सफलता के लिए प्रार्थना करे. इसके बाद निम्न मंत्र की 21 माला जाप कमलगट्टे की माला या मूंगा माला से करे. यह साधना 11 दिन की है ॐ क्लीं जगत्प्रसूत्यै नमः आखरी दिन साधना समाप्ति पर माला को पहन ले. एक महीने बाद माला को किसी मंदिर मे अर्पित कर दें.