विधि अग्निहोत्री, रायपुर/ रामपुर। हाथों में तीर कमान लिए पहाड़ी कोरवा संतोष निकल पड़ता जंगल में भैंस चराने. ना कोई शिक्षा ना कोई रोजगार. जिन कदमों की कोई मंजिल नहीं थी, रास्ते अनजान थे. आज उन हाथों में हुनर है और कदमों को मंजिल मिल गई है. उसके रास्ते भी तय हो गये हैं. कहां जाना है. क्या करना है! वाहन की स्टेयरिंग कैसे सम्हालनी है. एक्सीलेटर कितना देना है और कब ब्रेक लगानी है. लोगों को कैसे उसके मंजिल तक सुरक्षित पहुंचाना है. यह सब कुछ अब अच्छे से समझ आने लगा है.

वर्ना ऐसे दिन भी थे जब पहाड़ी कोरवा संतोष को आये दिन भैंस चराने जंगल जाना पड़ता था. बेरोजगारी की वजह से जेबे भी खाली थी. आज वह सारी समस्या दूर हो गई है. मुख्यमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम के तहत लाइवलीहुड कालेज में मुफ्त में वाहन चलाने सीखने का मिला मौका अब हुनर बन गया है. इस हुनर ने पहाड़ी कोरवा संतोष को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उसके भीतर एक ऐसा आत्म विश्वास भी पैदा कर दिया है कि वह कभी भी बेरोजगार बनकर नहीं रहेगा.

कोरबा विकासखंड के ग्राम लाम पहाड़ निवासी संतोष कोरवा ने बताया कि जब उसे मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन कार्यक्रम के अंतर्गत बेरोजगार युवकों को मनपसंद के ट्रेड में निःशुल्क में प्रशिक्षण देने की जानकारी लगी. तब उसने भी वाहन चलाने का प्रशिक्षण लिया. संतोष कोरवा ने बताया कि रामपुर आईटीआई स्थित लाइवलीहुड कालेज में चार माह तक ट्रक, स्कार्पियों, कार सहित दूसरे वाहन चलाने का प्रशिक्षण दिया गया. लगातार कई दिनों के अभ्यास की वजह से वह पूरी तरह से वाहन चलाना सीख गया. वाहन सीखने के बाद उसके अंदर आत्मविश्वास आ गया, अब उसके अंदर किसी प्रकार की कोई झिझक नहीं है. उसने बताया कि लाइवलीहुड कालेज में उसके साथ अन्य मित्र भी थे. सभी के ठहरने और भोजन की व्यवस्था भी की गई थी. किसी प्रकार का कोई शुल्क भी नहीं देना पड़ा. संतोष ने बताया कि लाइवलीहुड कालेज में वाहन चलाने के प्रशिक्षण के साथ कौशल उन्नयन की सीख भी दी गई. आत्म निर्भर बनकर जीवनयापन कैसे करना है ,यह भी उन्हें बताया गया. समय समय पर कलेक्टर पी दयानंद सहित अन्य अधिकारियों का लाइवलीहुड कालेज में आगमन और अलग से कक्षा लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.

नहीं मालूम था कि मुख्यमंत्री के हाथों मिलेगी चाबी

लाइवलीहुड कालेज में प्रशिक्षण के बाद संतोष वापिस अपने गांव लामपहाड़ लौट आया. एक दिन संतोष के गांव  डॉ रमन सिंह लोकसुराज अभियान में पहुंचे. इस बीहड़ गांव में मुख्यमंत्री ने अपनी चौपाल लगाकर लोगों की समस्यायें सुनी. इस दौरान ग्रामीणों ने आवागमन हेतु वाहन नहीं होने एवं आपात स्थिति में बहुत परेशानी की बात मुख्यमंत्री को बताई. मुख्यमंत्री ने गांव के किसी प्रशिक्षित वाहन चालक को विशेष छूट के साथ वाहन उपलब्ध कराने की घोषणा अपने चौपाल कार्यक्रम में की थी. जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल किया गया. इस दौरान यहां लाइवलीहुड कालेज में वाहन चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके पहाड़ी कोरवा संतोष के नाम का चयन हुआ. आखिरकार जब पुनः एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कोरबा आये तो पहाड़ी कोरवा को वाहन के साथ उसकी चाबी सौपी गई. संतोष ने बताया कि उसे भी नही मालूम था, कि मुख्यमंत्री के हाथों उसे वाहन की चाबी मिलेगी. उसने कहा कि लाइवलीहुड कालेज में प्रशिक्षण की वजह से ही उसे मुख्यमंत्री से मिलने का सौभाग्य मिला।