नई दिल्ली। जब आपके मन में कुछ करने का जज्बा, जुनून और लगन हो, तो बड़े से बड़े लक्ष्य को भेद सकते हैं. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के एक मिश्रा परिवार ने. परिवार के 4 भाई-बहन योगेश, माधवी, लोकेश और क्षमा यूपीएससी की परीक्षा पास कर IAS और IPS अधिकारी भी बने हैं. इनके पिता अनिल मिश्रा ग्रामीण बैंक में मैनेजर का काम करते थे. उन्होंने अपने सभी बच्चों की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी, इसी का नतीजा रहा कि सभी ने अफसर बनकर उनका नाम रौशन किया.

मिलिए चारों IAS-IPS भाई-बहनों से

सबसे पहले बड़े बेटे योगेश मिश्रा ने सिविल सर्विसेज की तैयारी की. रिजर्व लिस्ट में यूपीएससी सीएसई 2013 में चुने गए थे. इस मुश्किल परीक्षा को पास करने वाले वह अपने परिवार में पहले व्यक्ति बने थे. योगेश मिश्रा IAS हैं और कोलकाता में राष्ट्रीय तोप एवं गोला निर्माण में प्रशासनिक अधिकारी रहे हैं. जिसके बाद बाकी भाई- बहनों ने भी बड़े भाई की तरह तैयारी शुरू कर दी.

दूसरे नंबर पर उनकी बहन माधवी मिश्रा हैं. जिन्होंने साल 2014 में यूपीएससी की परीक्षा पास की. उनकी 62वीं रैंक आई थी. इसके बाद इनके छोटे भाई बहन को और मजबूती मिली. 

तीसरे नंबर पर लोकेश मिश्रा है, वो भी यूपीएससी सीएसई 2014 में रिजर्व लिस्ट में अपना नाम भी पाया. जिसके बाद उन्होंने एक और बार परीक्षा देने का फैसला किया. साल 2015 में उन्होंने परीक्षा पास की और 44वीं रैंक हासिल की. 

चौथे नंबर पर क्षमा हैं, जिन्होंने साल 2015 में यूपीएसी की परीक्षा पास की थी. उनकी 172वीं रैंक आई थी. क्षमा का सेलेक्शन 2015 में डिप्टी SP के रूप में हुआ था. इससे वह संतुष्ट नहीं थीं, जिसके बाद उन्होंने 2016 में फिर से परीक्षा देने की सोची. जिसके बाद वह IPS बनीं.