बैकुण्ठपुर। एक वक्त ऐसा था कि किसान मानसून के भरोसे ही रहते थे लेकिन समय के साथ कृषि के क्षेत्र में भी बड़े परिवर्तन हुए हैं. अब किसान मानसून के भरोसे नहीं रहते. हालांकि देश में किसानों का एक बड़ा वर्ग जो सरकारी योजनाओं का या उन्नत आधुनिक कृषि का लाभ नहीं ले पा रहा है. इन योजनाओं का लाभ लेकर उन्नत तरीके से कृषि कर आज बहुत से ऐसे किसान हैं जिन्होंने बंजर जमीनों को अपनी मेहनत से उपजाऊ बना दिया है.

ऐसे ही कोरिया जिले के बैकुण्ठपुर विधानसभा स्थित ग्राम डुमरिया के किसान सहेबा राम ने अपनी मेहनत से बंजर जमीन को हरा भरा कर दिया जहां आज खेत लहलहा रहे हैं. सहेबा राम आज अपने साढ़े तीन एकड़ खेत में बैगन, टमाटर, मटर सहित कई मौसमी सब्जियों की खेती कर रहे हैं. सब्जियों की खेती से वे आज लाखों रुपए सालाना कमा रहे हैं. लेकिन कुछ साल पहले तक देश के बाकी किसानों की तरह वे भी हताश और निराश थे. बारिश के मौसम में उनकी निगाहें भी आसमान की ओर टकटकी लगाए रहती थी कि कब बारिश होगी.

उनके पास स्थित साढ़े तीन एकड़ जमीन थी जो कि बंजर थी. उस बंजर जमीन में थोड़ा बहुत खेती वो कर पाते थे लेकिन उसमें परिवार का भरण पोषण भी नहीं हो पाता था. जैसे-तैसे दुख और तनाव में उनका जीवन बीतते जा रहा था. प्रदेश के अन्य किसानों की तरह वे भी अपने खेतों में पंप से सिंचाई का सपना देखा करते थे. उनका यह ऐसा ख्वाब था जिसके पूरा होने की उन्होंने कभी कल्पना भी न की थी.

कुछ वर्ष पूर्व अपने खेत में विद्युत कनेक्शन के लिए उन्होंने आवेदन दिया था, किन्तु ज्यादा लागत होने की वजह से उनके खेत में बिजली कनेक्शन नहीं पहुंच पाया. इसी दौरान सहेबा राम को किसी ने सरकार की सौर उजला योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने सौर सुजला योजना के तहत सोलर पंप हेतु आवेदन किया. जिस पर क्रेडा विभाग द्वारा मात्र पन्द्रह हजार रूपए में उसके खेत में तीन एचपी का सोलर सिंचाई पंप स्थापित कर दिया गया.

किसान सहेबा राम ने बताया कि सोलर पंप स्थापित होने से अपने साढे तीन एकड़ बंजर भूमि में सिंचाई कर बैंगन, टमाटर, मटर आदि की खेती कर वह काफी मुनाफा कमा रहा है. वह सौर सुजला योजना के तहत सोलर पम्प लगने से काफी खुश है. खेतों में होने वाली सब्जियों को बेचकर वे अब अपने परिवार की सारी जरुरतों को पूरा कर पा रहे हैं. सहेबा राम सहित प्रदेश में ऐसे बहुत से किसान हैं जिनके खेतों में बिजली नहीं पहुंच पाई है लेकिन अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण की सौर सुजला योजना ऐसे किसानों के लिए एक आशा की किरण साबित हुई है.

क्या है सौर सुजला योजना

सौर सुजला योजना के तहत विद्युत रहित किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लोगों को 3 हार्स पावर के 3 लाख 50 हजार रूपये की लागत की सोलर सिंचाई पम्प मात्र 10 हजार रूपये में, अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को मात्र 15 हजार रूपये में तथा सामान्य वर्ग के लोगों को 21 हजार रूपये में दिया जा रहा है.