संदीप शर्मा, विदिशा। मध्यप्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के बाद प्रभावित गांवों के हालात भयावह है। लोगों का सारा सामान खराब हो गया है। खाने-पीने के सामान सहित दैनिक उपयोगी की वस्तुएं खराब हो गए हैं। वहीं बाढ़ के बाद सीएम शिवराज सहित मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा ले रहे हैं। प्रभावित और पीड़ितों से चर्चा कर उन्हें राहत प्रदान कर रहे हैं। गांव में गिरे मकानों के अलावा बाढ़ से बर्बाद हुई फसलों का सर्वे कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया गया है।
जानकारी के अनुसार सरकार भले ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत देने का दावा कर रही है परंतु विदिशा के काली मन्दिर के आसपास के लोगों का हाल बेहाल है। लोगों के मकानों से बाढ़ का पानी तो उतर गया लेकिन घरों में कीचड़ का अंबार लगा हुआ है। घरेलु सामान, बिजली यंत्र पानी भरने से खराब हो चुके है। लोगों का यह भी कहना है कि हमें जो राहत शिविर में एक दिन के लिए दिए गए थे उसके बाद हमें निकाला जा रहा है। अब ऐसी स्थिति बन गई है कि हम घरों में अपना जीवन यापन नहीं कर सकते। घरों में पैर रखने लायक जगह नहीं है।
Read More: सियासतः अटल की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में भिड़े दो बीजेपी नेता, एक ने गद्दार कहा तो दूसरे नेता बोले- ये आपका नहीं पार्टी का कार्यक्रम है
कीचड़ और सीलन से घरों में रहना मुश्कल है। बीजली चालू करों को घरों में करेंट दौड़ने लगता है। पीड़ित लोगों ने शासन- प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। लोगों ने बताया कि भोपाल से कोई डिप्टी डायरेक्टर साहब आए थे।उन्होंने किसी से बात भी नहीं की और बाहर से ही बाढ़ प्रभावित गांव और हालात देखकर ही चले गए। हमारा हाल चाल नहीं पूछा। हम लोग अपनी परेशानी सुनाना चाहा लेकिन उन्होंने हमारी बातें नहीं सुनी और गाड़ी में बैठ कर चले गए। ग्रामीणों की मानें तो अभी तक न गांवों का सर्वे हुआ है और ना ही नुकसान का जायजा लेने कोई यहां आया है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक