रायपुर. सुपेबेड़ा से लौटने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने राजधानी में मीडिया को संबोधित किया. भूपेश ने कहा सुपेबेड़ा में हालात काबू से बाहर हो चुका है, आसपास के 12 गांव भी प्रभावित हो रहे हैं. कांग्रेस ने मांग की कि इस समस्या को तत्तकाल राजरीय आपदा घोषित किया जाए

सरकारी अस्पताल पर गांव के लोगों को विश्वास नहीं. जमीन-जयजाद बेचकर लोग इलाज कराने मजबूर हैं. रायपुर में इलाज कराने आते हैं तो उनका मुफ्त में इलाज नहीं होता. लोग ओडिशा या आंध्रप्रदेश में इलाज के लिए जाते हैं. बघेल ने कहा कि यहां हालात से तंग आकर सुपेबेड़ा और आसपास के लोग ओडिशा में शामिल होना चाहते हैं.

भूपेश बघेल ने कहा कि वे रमन सिंह को चुनौती देते हैं कि रमन सिंह सुपेबेड़ा का पानी पीकर दिखाएं. भूपेश बघेल ने दावा किया की गरियाबंद जिले के 64 गांव की रिपोर्ट हमारे पास हैं इसमें से 40 गाँव में फ्लोराइड और आयरन युक्त पानी है. उन्होंने मांग की इस इलाके में जल्द पेयजल सुधार के लिए व्यवस्था की जाए, साथ ही वहां अस्पताल का इंतजाम किया जाए.

आस-पास के 12 गांव भी प्रभावित ऐसी स्थिति हो गई है कि कोई भी सुपेबेड़ा में शादी नहीं करना चाहते, क्योंकि 25 वर्ष की आयु तक पहुँचते वहां के लोग किडनी पीड़ित हो रहे हैं.

बघेल ने आरोप लगाया कि गांव में मुख्य रूप से पेयजल की व्यवस्था नहीं. गांव में बोर्ड लगा है कि नल का पानी लें लेकिन पानी फिर भी पीने लायक नहीं  मुख्य रूप से पेयजल की व्यवस्था नहीं है.