अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्यप्रदेश में बीजेपी की जोड़तोड़ वाली सरकार के 19 महीनों बाद भी कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं और कार्यकताओं के बीच सामंजस्य और तालमेल बैठ नही पा रहा हैं। रायसेन जिले के सांची विधानसभा क्षेत्र में यह अंतर्कलह अब खुलकर सड़कों पर दिखाई दे रही है।

दरअसल रायसेन जिला मुख्यालय पर शुक्रवार 17 दिसम्बर से तीन दिवसीय बीजेपी जिला कार्यसमिति बैठक एवं जिला प्रशिक्षण शिविर का आयोजन संगठन द्वारा किया गया। जिसमें स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी के समर्थक कुछ मंडल अध्यक्ष एवं नेताओ को बैठक की उपेक्षित सूची में स्थान होने के बाद भी आमंत्रित नहीं किया गया। जिससे नाराज होकर 5 मण्डल अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारी इस बैठक से किनारा कर लिए। वहीं आज जिला बीजेपी कार्यालय में पूर्व मंत्री एवं सिलवानी विधायक रामपाल सिंह, विदिशा जिला पंचायत अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी की अध्यक्षता में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया था।

लेकिन यहां जिला बीजेपी कार्यालय की चाबी नहीं मिलने के कारण इन नेताओं को बिना बैठक के ही यहां से जाना पड़ा। इस दौरान नाराज कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष डॉ जयप्रकाश किरार के फोटो लगे फ्लैक्स तक को फाड़ दिया। किसी तरह विधायक रामपाल सिंह ने इन नाराज कार्यकताओं को शांत कराया। लेकिन इस सब से अब रायसेन जिले में बीजेपी की अंतर्कलह खुलकर सामने आ गई हैं। जिससे लोग यही कह रहे है कि यहां कांग्रेस से आई शक्कर बीजेपी के दूध में 19 महीने बाद भी ठीक से नहीं घुल पाई हैं।

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