प्रदीप गुप्ता, कवर्धा. एक बार फिर किसान द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस घटना ने शासन द्वारा किसानों के उत्थान के लिए चलाई जा रही योजनाओं की भी पोल खोलकर रख दी है. बताया जा रहा है कि इस किसान ने आर्थिक तंगी और राजस्व विभाग के गैरजिम्मेदराना रवैये के चलते आत्महत्या की है.

मामला कवर्धा के खड़ौदखुर्द गांव का है. जहां सोमवार की सुबह एक किसान सुशील महोबिया का शव फांसी पर लटका मिला. बताया जा रहा है कि सुशील महोबिया के दो बच्चों की शादी इसी महीने की 24 तारीख को होनी थी. जिसके लिए सुशील अपनी जमीन बेचकर पैसे जुटाना चाहता था, उसकी जमीन का सौदा हो चुका था, लेकिन राजस्व विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये के चलते वह अपनी जमीन नहीं बेच पा रहा था. जिससे किसान को यही चिन्ता सता रही थी कि वह अपने बच्चों की शादी के लिए कहां से पैसा लायेगा और इसी चिन्ता के चलते इस किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

मामला प्रकाश में आने के बाद बोड़ला थाना पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है साथ ही इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. जांच के बाद ही इस बात का पता चल सकेगा कि किसान की आत्महत्या के पीछे क्या वजह रही.