रिपोर्ट- सतीश चाण्डक, सुकमा। जिले में पिछले तीन दिनो से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। जिले के नदी-नाले उफान पर है। वही शबरी नदी अभी तक उफान पर है। पिछले 24 घंटे से ओड़िसा से संर्पक टूटा हुआ है। झापरा पुल के उपर से पानी बह रहा है। जिससे आवागमन ठप्प पड़ा हुआ है। वहीं सुबह बारीश थम गई थी। दिन में सूर्य के दर्शन हुए लेकिन ब्रेक के बाद देर शाम को जोरदार बारीश फिर से शुरू हो गई। हालांकि शबरी नदी का पानी थोड़ा कम हुआ है जिससे लोगो ने राहत की सांस ली।
मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात लगातार हो रही बारिश से शबरी नदी का जलस्तर बढ़ गया. सुकमा को मलकानगिरी से जोड़ने वाले झापरा के पास शबरी नदी पर बना पुलिया पर चार फीट पानी चढ़ गया. जिससे आवागमन पूरी तरह प्रभावित हुआ. करीब 36 घंटे से ज्यादा समय तक पुल पर पानी होने से मार्ग अवरूद्ध रहा. जिसके चलते पुलिया के दोनेा ओर वाहनों की लंबी लाईन लगी रही. इधर तोंगपाल, गुम्मा व कोन्टा इलाकें में कई गांवों का संपर्क टूट गया है। वहीं बुधवार दोपहर बाद बारिश थमने से लोगों ने राहत की सांस ली। लेकिन ब्रेक के बाद देरशाम को जोरदार बारिश शुरू हो गई। इधर नगरपालिका ने भी बाढ़ से निपटने के लिए जरूरी तैयारियां शुरू कर दी। प्रभावित वार्डो में मुनादी करा दिया गया।
48 घंटे में 92 मिमी हुई बारिश
पिछले 48 घंटे में जिले में 92 मिमी बारिश हुई है. शबरी का जलस्तर बुधवार 5 बजे तक 9.76 मीटर रिकार्ड किया गया है जबकि खतरे का निशान शबरी 12 मीटर है. सुकमा सीडब्ल्यूसी कर्मचारी एम सत्यानारायण ने बताया कि शबरी का जलस्तर धीरे-धीरे उतर रहा है. ओड़िसा में हो रही बारिश से शबरी का जलस्तर बढ़ गया है. आने वाले 24 घंटे में जलस्तर बढ़ सकता है लेकिन राहत की बात यह है कि गोदावारी में पानी कम है. जिससे शबरी में बढ़े जलस्तर से कोई नुकसान नहीं होगा.
खेत खलिहान जलमग्न
जिले में अब तक खेती किसानी का कार्य अस्सी फिसदी हो चुका है. खेतों में रोपाई का कार्य भी जारी है. पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश से अधिकांश खेत पानी सेलबालब है. खेतों के उपर से पानी की धार चल रही है. जिसमें फसलों के तबाह होने की आंशका बढ़ गई है. पानी की पर्याप्त निकासी नहीं होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है.