सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 11 महिला नक्सलियों सहित कुल 17 नक्सली मारे गए. 17 में से 7 की पहचान हो चुकी है. वहीं अन्य की शिनाख्त की जा रही है. मारे गए नक्सलियों में 25 लाख का इनामी दरभा डिवीजन सचिव एसजेडसीएम कुहड़ामी जगदीश उर्फ बुधरा भी शामिल है.

भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद

मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है, जिनमें AK-47, SLR, INSAS राइफल, .303 राइफल, रॉकेट लॉन्चर और बीजीएल लॉन्चर जैसे घातक हथियार शामिल हैं.

सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई

इस ऑपरेशन में जिला रिजर्व गार्ड (DRG) सुकमा और सीआरपीएफ 159 बटालियन की संयुक्त टीम शामिल थी. इस अभियान के दौरान DRG सुकमा के तीन और CRPF के एक जवान घायल हो गए, हालांकि सभी की हालत सामान्य बताई जा रही है. भारतीय वायु सेना ने घायल जवानों के मेडिकल एवाक्युएशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

पुलिस की सूचना पर हुआ अभियान

सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि 28 मार्च को थाना केरला पाल क्षेत्र में गोगुंडा, नेन्डुम और उपमपल्ली के आसपास माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. इसके बाद सुरक्षा बलों ने नक्सल विरोधी अभियान शुरू किया, जिसमें 29 मार्च की सुबह 8 बजे से दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी हुई.

अब तक 7 नक्सलियों की हुई पहचान

मारे गए 17 नक्सलियों में से 7 की पहचान हो चुकी है:

  1. कुहड़ामी जगदीश उर्फ बुधरा (25 लाख का इनामी, दरभा डिवीजन सचिव)
  2. रोशन उर्फ भीमा पोडियम (एसीएम, धुरगुड़ा निवासी)
  3. सलवम जोगी (केरला पाल एरिया कमेटी डीएकेएमएस अध्यक्ष, एसीएम, गगनपल्ली निवासी)
  4. माड़वी देवे (डिवीजन सीएनएम अध्यक्ष, गड़गडीपारा निवासी)
  5. दसरी कोवासी (सुरक्षा दलम कमांडर, कुतरोम निवासी)
  6. हूँगी (पार्टी सदस्य, निलावाया निवासी)
  7. हिड़मे (प्लाटून मेडिकल टीम प्रभारी, कोरमागोंदी निवासी)

अन्य नक्सलियों की पहचान की जा रही है.

सरकार के अभियान का असर

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि राज्य सरकार और जनता की मंशा के अनुसार सुरक्षाबलों द्वारा माओवादी विरोधी अभियान तेज किए गए हैं. वर्ष 2025 में अब तक बस्तर संभाग में 117 हार्डकोर नक्सलियों को मारा जा चुका है.

सुकमा में इस साल अब तक 22 नक्सली ढेर

गौरतलब है कि वर्ष 2025 में अब तक सुकमा जिले में विभिन्न मुठभेड़ों में कुल 22 नक्सली मारे जा चुके हैं. सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई को नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है.