रायपुर। छत्तीसगढ़ ओडिशा बॉर्डर पर कोल वाशरी के कब्जे को लेकर दो कारोबारियों के गुटों के बीच फायरिंग की घटना की जांच के लिए ओडिशा पुलिस रायगढ़ पहुंची है. मामले में ओडिशा पुलिस कार्रवाई कर रही है. इस मामले की जांच के लिए ओड़िशा पुलिस ने एसडीओपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में टीम ने रायगढ़ में डेरा डाल दिया है.

सुंदरगढ़ जिले से आई टीम को एसडीओपी हिमांशु भूषण बेहरा लीड कर रहे हैं. उन्होंने मीडिया से कहा कि कोल वाशरी में हुए संघर्ष में घायल दो लोगों को रायगढ़ के अस्पताल में भर्ती किए जाने की सूचना पर टीम यहां आई है. यह पता लगाया जा रहा है कि गोलीबारी का यह मामला कितना गंभीर है. हम लोग घायलों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं, उसके बाद जरूरी एक्शन लिया जाएगा.


बताया जा रहा है कि ओडिशा पुलिस के पास कुछ तथ्य है कि इस वारदात में 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए और लगभग 200 राउंड फायर भी हुए. 10 लोग घायल हुए हैं. मामला की गंभीरता को लेकर आडिशा पुलिस सजग है. इसलिए पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 17 लोगों तथा अधिकांश घायलों के नाम उजागर नहीं किए हैं.

बता दें कि शुक्रवार को रायगढ़ जिले की सीमा से लगे ओडिशा में सुंदरगढ़ जिले में कोयला कारोबार को लेकर जंग छिड़ी. इसमें कई राउंड फायरिंग भी हुई. पुलिस ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों ही गुट रायगढ़ के हैं.
जानकारी के मुताबिक लंबे अर्से से रायगढ़ के दोनों कोल कारोबारियों के बीच ओडिशा के सुन्दरगढ़ जिले में आने वाले गर्जना बहाल में स्थित कोलवाशरी के मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा था. इसी विवाद के परिणामस्वरूप रायगढ़ के ही एक गुट ने कोलवाशरी में कब्जा जमाकर ताला बंद कर दिया था. जानकारी मिलने के बाद रायगढ़ के ही दूसरे गुट के लोग वाहनों में हथियारों से लैस होकर ओडिशा स्थित कोलवाशरी पहुंच गए, जहां ओडिशा के गुर्गों के सहारे एक गुट ने पहले से ही वाशरी पर कब्जा जमा रखा था. आमने-सामने होने के बाद दोनों ही गुटों में गोलियां चलने लगी, इस पूरी वारदात में सात लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी है.

सभी घायलों में दो को रायगढ़ के ही एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. सुंदरगढ़ एसपी ने इस मामले की जांच के लिए 15 पुलिस अफसर-कर्मचारियों की एसटीएफ बना दी है, जो छत्तीसगढ़ में भी गिरफ्तारियां करेगी.