सुंदरगढ़: ओडिशा पुलिस ने सुंदरगढ़ जिले में सशस्त्र समूह द्वारा लूटे गए 3,811.30 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किए हैं और इस अपराध के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. रविवार को जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई.
पुलिस के अनुसार, 27 मई को 10-15 सशस्त्र लोगों के एक समूह, जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं और जो खुद को नक्सली बताते थे, ने सुंदरगढ़ जिले में इटमा स्टोर से बांको खदान की ओर जा रहे एक विस्फोटक से लदे वाहन को रोका. हिंदी और सादरी भाषा बोलने वाले हमलावरों ने वाहन को जबरन पास के जंगल में ले जाकर 200 पैकेट सीडीईटी ब्रांड के विस्फोटक प्राइम लूट लिए. इसके बाद उन्होंने चालक को छोड़ दिया और मौके से फरार हो गए.

घटना की गंभीरता को देखते हुए राउरकेला पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया. SIT ने फोरेंसिक विश्लेषण, टेलीकॉम डेटा की जांच, और कई लोगों से पूछताछ के जरिए मामले की तह तक जाने की कोशिश की.
जांच के दौरान सुंदरगढ़ के कुलु मुंडा गांव के निवासी जॉर्ज मुंडा को इस लूट का मुख्य साजिशकर्ता पाया गया. पुलिस ने खुलासा किया कि मुंडा लंबे समय से बांको पत्थर खदान के संचालन का विरोध करता रहा था और उसका माओवादी समूहों से गहरा नाता था. वह नक्सलियों को खदान में विस्फोटकों की आवाजाही की जानकारी देता था और इस हमले की योजना बनाने में शामिल था. पूछताछ में उसके नक्सली नेताओं के साथ बार-बार मुलाकात और लूट की साजिश में सक्रिय भूमिका की पुष्टि हुई.
ओडिशा-झारखंड सीमा पर लगातार अभियानों के बाद पुलिस ने अब तक 3,811.30 किलोग्राम लूटे गए विस्फोटक बरामद किए हैं. यह बरामदगी सारंडा जंगल के आसपास के इलाकों में की गई, जहां माओवादियों ने विस्फोटकों को छिपाया था.
राउरकेला पुलिस ने बताया कि जांच अभी भी जारी है, और बाकी विस्फोटकों की तलाश के लिए संयुक्त अभियान चलाए जा रहे हैं. इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, खासकर तब जब सुंदरगढ़ को पिछले साल माओवादी प्रभावित जिलों की सूची से हटा दिया गया था. पुलिस ने क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है और विस्फोटक गोदामों की जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.