दिल्ली. सुनील अरोड़ा ने रविवार को निर्वाचन आयोग के 23वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभाल लिया है। उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नियुक्त किया है। अरोड़ा ने ओपी रावत की जगह ये पद ग्रहण किया है। इससे पहले विधि मंत्रालय ने भी आधिकारिक अधिसूचना जारी करते हुए कहा था कि चुनाव आयोग ने सबसे वरिष्ठ निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा को मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में नियुक्त किया है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव रह चुके सुनील अरोड़ा राजस्थान कैडर के 1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। अब उन्हीं की देखरेख में 2019 का लोकसभा चुनाव होगा। अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ-साथ जम्मू एवं कश्मीर, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसकी पूरी जिम्मेदारी चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की होगी, बता दें कि अरोड़ा की नियुक्ति 31 अगस्त 2017 को हुई थी।
सुनील अरोड़ा एक पढ़े लिखे सामान्य परिवार से आते हैं। वह मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने वहीं से अपनी पढ़ाई पूरी की है। अरोड़ा के पिता जालंधर में रेलवे में अकाउंट्स ऑफिसर थे। जबकि उनकी मां डीएवी कॉलेज होशियारपर में गर्ल्स सेक्शन की इंचार्ज थीं।
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में से तीन में मतदान हो चुके हैं। सुनील अरोड़ा के मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के बाद अब दो राज्य बचे हैं जहां मतदान होने हैं। ये दो राज्य हैं तेलंगाना और राजस्थान। पांच राज्यों में हुए चुनावों के परिणाम 11 दिसंबर के आएंगे।