स्पोर्ट्स डेस्क। मुंबई और बड़ौदा के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने वाले वासु परांजपे (Vasu Paranjape Died) का 82 साल की उम्र में मुंबई में निधन हो गया है. वासु शानदार कोच भी थे. उन्होंने एक-दो नहीं, बल्कि भारत के 5 दिग्गज बल्लेबाजों के हुनर तराशने का काम किया था.

इसमें सबसे बड़ा नाम सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) का है. गावस्कर को जिस निकनेम ‘सनी’ से पूरी दुनिया जानती है, वो नाम वासु परांजपे ने ही उन्हें दिया था. वासु ने गावस्कर के अलावा दिलीप वेंगसकर (Dilip Vengsarkar), राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid), सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को भी तराशने का काम किया.

वासू इतने सख्त थे कि उन्हें मुंबई क्रिकेट में लोग ‘खड़ूस’ कोच कहते थे, लेकिन उन्हें क्रिकेट की गहरी समझ थी. इसलिए दुनिया ने सचिन, गावस्कर और द्रविड़ जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को देखा.

वासू 21 नवंबर 1938 को गुजरात के मेहसाणा में जन्मे थे. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में खेलने के साथ ही नेशनल क्रिकेट एकेडमी में भी कोच की भूमिका निभाई थी. उनके बेटे जतिन परांजपे ने भी मुंबई की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेला था. वहीं, जतिन भारत की तरफ से 4 वनडे में भी उतरे थे. उनके निधन से क्रिकेट जगत में भी शोक है. टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री और विनोद कांबली ने भी उनके निधन पर दुख जताया है.

शास्त्री और कांबली ने निधन पर दुख जताया
भारतीय टीम के कोच शास्त्री ने ट्वीट किया वासु परांजपे के निधन पर वास्तव में दुखी हूं. वो एक इंसान नहीं, बल्कि क्रिकेट के लिए एक संस्था थे. उन्होंने इस खेल में जो योगदान दिया. उसे भुलाया नहीं जा सकता है. खेल पर उनका असर सकारात्मक रहा. इस दुख की घड़ी में मैं उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे. वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर कांबली ने ट्वीट किया वासु परांजपे जी के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. मेरी गहरी संवेदनाएं हैं और ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.

 

 

वासु परांजपे ने 29 फर्स्ट क्लास मैच खेले
वासु परांजपे ने मुंबई और बडौ़दा के लिए कुल 29 फर्स्ट क्लास मैच खेले. इसमें उन्होंने 785 रन बनाने के साथ ही 9 विकेट लिए थे. उन्होंने अपने करियर में 127 रन के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ दो शतक और दो अर्धशतक लगाए.

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