स्पोर्ट्स डेस्क- आईपीएल सीजन-11 में सोमवार को एक ही मुकाबला खेला गया। मैच राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच था। जहां सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने राजस्थान रॉयल्स को 9 विकेट से हरा दिया।
टॉस का बॉस
मैच में टॉस का बॉस सनराइजर्स हैदराबाद की टीम बनी और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी केन विलियम्सन कर रहे थे, तो वहीं राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी अजिंक्या रहाणे।
राजस्थान रॉयल्स की बल्लेबाजी
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की टीम ने 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 125 रन बनाए। राजस्थान रॉयल्स की ओर से सबसे ज्यादा 49 रन की पारी संजु सैमसन ने खेली। सैमसन ने इसके लिए 42 गेंद का सामना किया जिसमें 5 चौके लगाए। इसके अलावा श्रेयस गोपाल ने 18, और राहुल त्रिपाठी ने 17 रन बनाए। कप्तान अजिंक्या रहाणे 13 रन, शॉर्ट 4 रन, बेन स्टोक्स 5 रन, जोश बटलर ने 6 रन बनाए। एक तरह से देखा जाए तो सैमसन के अलावा राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका।
सनराइजर्स हैदराबाद की गेंदबाजी
हर सीजन की तरह इस सीजन में भी सनराइजर्स हैदराबाद की गेंदबाजी लय में नजर आई। और राजस्थान रॉयल्स को बड़ा स्कोर खड़ा नहीं करने दिया। जिसके चलते सनराइजर्स की टीम ने आसानी से जीत हासिल कर ली। सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से शाकिब अल हसन और सिद्धार्थ कौल ने 2-2 विकेट निकाले, तो वहीं भुवनेश्वर कुमार, स्टानलेक और राशिद खान को 1-1 विकेट मिला।
सनराइजर्स हैदराबाद की बल्लेबाजी
126 रन के आसान से टारगेट को सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाजों ने बड़े ही आसान तरीके से चेज कर लिया। सनराइजर्स की ओर से डेविड वार्नर नहीं थे तो क्या हुआ, शिखर धवन ने ताबड़तोड़ पारी खेलकर टीम को जीत दिलाकर ही वापस लौटे, धवन ने 52 गेंद में नाबाद 73 रन बनाए। अपनी इस पारी में धवन ने 1 सिक्सर भी लगाया, तो वहीं 12 चौके लगाए। इसके अलावा कप्तान केन विलियम्सन ने भी नाबाद 36 रन की पारी खेली। लेकिन इसके लिए 35 गेंद का सामना किया।
हलांकि पारी की शुरुआत करने आए रिद्धिमान साहा प्रभावित नहीं कर सके, और 5 गेंद में 5 रन बनाकर आउट हो गए।
राजस्थान की गेंदबाजी
एक ओर जहां राजस्थान की बल्लेबाजी फ्लॉप रही, तो वहीं दूसरी ओर उनकी गेंदबाजी भी औसत ही रही, भले ही 126 रन का टारगेट दिया था। लेकिन मैच में कहीं भी राजस्थान के गेंदबाज सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाजों को दबाव में नहीं ला सके। राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजों में जयदेव उनादकट ही 1 विकेट ले सके, वो भी इकोनॉमिकल तौर पर महंगे साबित हुए। इसके अलावा कप्तान अजिंक्या रहाणे ने कई गेंदबाजों को आजमाया, लेकिन कोई भी गेंदबाज अपनी टीम के लिए सफलता हासिल नहीं कर सका, मतलब विकेट नहीं निकाल सका। जिसके चलते राजस्थान रॉयल्स की टीम को हार का सामना करना पड़ा।