पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. सुपेबेड़ा में एक तरफ ग्रामीणों की किडनी फेल होने से शासन-प्रशासन परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा के स्थानीय विधायक डमरुधर पुजारी ने किडनी फेल होने से 70-80 नहीं बल्कि महज एक-दो मौत होने की बात कही है. साथ ही उन्होंने कांग्रेसियों पर इस मामले में दुष्प्रचार कर ग्रामीणों को भड़काने का आरोप मढ़ा है.

मीडिया को दिए एक बयान में स्थानीय भाजपा विधायक ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि भूपेश बघेल  ने कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर सुपेबेड़ा आकर पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की थी, अब तो उनकी सरकार है, उनके स्वास्थ्य मंत्री भी आए थे, उनके जरिए एलान करना चाहिए था. किडनी की बीमारी से निजात दिलाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह समस्या पानी की वजह से है, या किसी और वजह से इसका पता नहीं चल पाया है, तो हल कहां से होगा.

फाइल फोटो

इतना ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की ओर से किडनी की बीमार से मृत लोगों के 95 परिजनों को बतौर स्वेच्छानुदान 50-50 हजार रुपए दिया था, इसमें भी पुजारी ने पीड़ित परिवार के आंकड़ों पर सवाल खड़ा किया है. बता दें कि बीजेपी सरकार के समय प्रशासनिक सूची में किडनी से 68 मौतों की पुष्टि की गई थी. कुल 9 बार शिविर लगाए गए. 25 पीड़ितों का उपचार मेकाहारा में हुआ. वहीं 10 का इलाज रायपुर स्थित निजी अस्पताल में हुआ।. 04 किडनी पीड़ित के पॉजेटिव केस दर्ज थे. इस तरह से कुल मरीजों की संख्या 902 बताई गई थी. ग्रामीणों को पीने के लिए साफ पानी मुहैया कराने के लिये बीजेपी सरकार ने सवा करोड़ रुपए खर्च किए थे. इस तरह से पूर्व की बीजेपी सरकार ने 10 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किया था.

वहीं मामले में कांग्रेस के छवि विधायक संजय नेताम ने कहा कि सुपेबेड़ा की बिगड़ी स्थिति के लिये बीजेपी सरकार जिम्मेदार है. ताज्जुब की बात है कि जिनके सरकार ने बीमारी से मौतों की पुष्टि किया है, आज उनके विधायक उन आंकड़ों पर सवाल खड़ाकर उन पीड़ित परिवारों की भावनाओं को आहत पहुंचाई है. केवल इसलिए की वे पीड़ित के मामले में राजनीति कर सकें. लोगो ने उन्हें विधायक बनाया है, उम्मीद थी कि वे उनका साथ देंगे, लेकिन पुजारी के इस बयान से सुपेबेड़ा के प्रभावित लोग आहत होंगे.

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