रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से 14 जनवरी को उनके निवास में स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह और नई दिल्ली के सुप्रसिद्ध किडनी रोग विशेषज्ञों डॉ. विजय खेर और डॉ. विवेकानंद झा ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इन विशेषज्ञों के साथ सुपेबेड़ा के किडनी रोग प्रभावित लोगों के इलाज और बचाव के उपायों के संबंध में विचार-विमर्श किया।
दोनों विशेषज्ञ आज सुपेबेड़ा गए थे। जहां उन्होंने किडनी पीड़ितों की जांच की और इलाज किया। मुख्यमंत्री ने विचार-विमर्श के दौरान सुपेबेड़ा के किडनी प्रभावितों की जेनेटिक जांच कराने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि आन्ध्रप्रदेश के श्रीकाकुलम में भी सुपेबेड़ा जैसे हालात हैं। मुख्यमंत्री ने सुपेबेड़ा में किडनी प्रभावितों का इलाज कर रहे डॉक्टरों के दल को अध्ययन के लिए श्रीकाकुलम भेजने के निर्देश दिए।
आपको बता दें कि गरियाबंद जिले का सुपेबेड़ा गाँव पूरी तरह से किडनी पीड़ितों से प्रभावित गाँव है. यहाँ के रहने वाले 71 लोग अभी तक एक अज्ञात बीमीरी से मर चुके हैं. मौत के वास्तविक कारण अब पता नहीं चला सका, लेकिन किडनी के खराब होने से लोगों की जान जाने की बात सामने आती रही है. जब से यह गाँव किडनी पीड़ित गाँव के रूप में सामने तभी से यहाँ पर राज्य और केंद्र सरकार की ओर से लगातार कैंप लगाए जा रहे हैं. भूपेश सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है.