लखनऊ। देश की उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को रेल मंत्रालय को मथुरा से झांसी तक के लिए तीसरी रेल लाइन डालने को मंजूरी दे दी है. प्रस्तावित रेलवे लाइन 274 किलोमीटर के आसपास है, जिसमें से 80 किमी का एक हिस्सा टीटीजेड से होकर गुजरता है. ताज ट्रिपेजियम जोन (टीटीजे) में चार हजार से ज्यादा पेड़ काटने की अनुमति मिल गई है.

सुप्रीम कोर्ट से चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबड़े की अगुवाई वाली बेंच ने यह फैसला सुनाया है. ताज ट्रेपेजियम जोन में 4 हजार 108 पेड़ हैं. मथुरा से झांसी तक तीसरी रेलवे लाइन ले जाने के लिए दोनों स्टेशनों की दूरी के बीच पेड़ काटने के लिए रेल विकास निगम ने मांग की थी.

सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के बाद रेलवे विकास प्राधिकरण को सीईसी कि शर्तों का अनुपालन करना होगा. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा भी है कि यह ध्यान रखा जाए कि वायु प्रदूषण नियंत्रण में रहे, ताकि ताजमहल का रंग न बदले.

आगरा में वायु प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन तीन जोन में बांटा गया है. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को एक सप्ताह में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है.