नई दिल्ली। सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले के ट्रायल से जुड़े हुए जज बृजगोपाल लोया की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल हुई है. याचिका महाराष्ट्र के एक पत्रकार बंधुराज संभाजी लोने ने दायर की है. पत्रकार संभाजी ने अपनी याचिका में सुप्रीम कोर्ट से जज लोया की मौत की स्वतंत्र जांच की मांग की है. सुप्रीम कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली है और इसकी सुनवाई शुक्रवार से होगी.
आपको बता दें कि जज लोया सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे. आरोप था कि गुजरात पुलिस ने 2005 में सोहराबुद्दी शेख और उसकी पत्नी कौसर बी को हैदराबाद से अगवा कर लिया था और उन्हें एक फर्जी एनकाउंटर में मार गिराया था. इसके साथ ही पुलिस ने सोहराबुद्दीन के साथी तुलसीराम प्रजापति को 2006 में हत्या कर दी थी. तुलसीराम प्रजापति सोहराबुद्दीन मुठभेड़ का प्रमुख गवाह था.
2012 में सुप्रीम कोर्ट ने सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले की सुनवाई सीबीआई स्पेशल कोर्ट में करवाने का आदेश दिया था. उस समय मामले की सुनवाई जेटी उत्पत कर रहे थे. 6 जून 2014 को जज उत्पत ने वर्तमान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को इस मामले की सुनवाई में उपस्थित न होने को लेकर फटकार लगाई और उन्हें 26 जून को पेश होने का आदेश दिया. लेकिन 25 जून को 2014 को उत्पत का तबादला पुणे सेशन कोर्ट में हो गया.
इसके बाद बृजगोपाल लोया आए, जिन्होंने भी अमित शाह के सुनवाई में मौजूद न होने पर सवाल उठाए थे. बताया जा रहा है कि उन्हें इस केस में प्रभावशाली लोगों के पक्ष में फैसला देने के लिए 100 करोड़ रुपए का आफर भी दिया गया था. लेकिन उन्होने उसे स्वीकार नहीं किया और नवंबर 2014 को नागपुर में उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.