रामकुमार यादव,अंबिकापुर। सरगुजा संभाग में लगातार हो रही बारिश का असर दिखने लगा है. यही कारण है कि करीब 8 साल बाद घुनघुट्टा श्याम परियोजना के पूरे 8 गेट खोल कर करीब 19 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, मगर अब भी केचमेंट एरिया से पानी के आने का सिलसिला लगातार जारी है. ऐसे में बांध के गेट को और ज्यादा खोलकर पानी की मात्रा बढ़ाई जा सकती है. इसके पहले विभाग की तरफ से पानी छोड़े जाने को लेकर पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था. जिससे प्रभावित होने वाले इलाकों में जहां लोगों और मवेशियों को नदी किनारे नहीं जाने की सलाह दी गई थी. प्रशासनिक और पुलिस महकमे को भी अलर्ट पर रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर लोगों को शिफ्ट भी किया जा सके.

दरअसल सरगुजा संभाग में लगातार बारिश के कारण श्याम घुनघुट्टा परियोजना का वाटर लेवल बढ़ रहा है और क्षमता से ज्यादा जलभराव हो गया है. ऐसे में पहले दो-तीन गेट खोल कर पानी डिस्चार्ज किया जा रहा था, मगर केचमेंट एरिया से लगातार पानी की आवक होने के कारण अब डैम के सभी आठ गेट खोल दिए गए हैं. जिससे करीब 19000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.

घुनघुटा डैम उपअभियंता एस एल मालवीय का कहना है कि करीब 8 साल पहले यानी 2012 में लगातार हो रही बारिश के कारण घुनघुट्टा डैम के सभी आठ गेट खोले गए थे. अब 8 साल बाद अब पहली बार ऐसी स्थिति बनी है, जब डैम के सभी आठ गेट खोले गए हैं. अब भी पानी की आवक लगातार बनी हुई है जिससे गेट को और ऊपर उठाकर ज्यादा पानी छोड़ा जा सकता है. इसके पहले राजस्व विभाग के साथ ही पुलिस, ग्राम पंचायत सचिव और सरपंचों को अलर्ट पर रख दिया गया है, ताकि प्रभावित होने वाले गांव में होने वाले नुकसान से बचा जा सके.

सालों बाद घुनघुट्टा डैम के सभी गेट खोले जाने से जहां नदी में पानी का लेवल तेजी से बढ़ गया है, तो वहीं आसपास के लोग भी सालों बाद नजर आ रहे इस नजारे को देखने के लिए यहाँ पहुंचे हुए हैं.