शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर अपनी पत्नियों के साथ दो इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया था. नक्सली ऑपरेशन में पुलिस को महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान पर इन नक्सली एसपी अभिषेक पल्लव ने आरक्षक के पद पर नियुक्ति दी है.

प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। राज्य सरकार की आत्म समर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दो इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया था. दोनों इनामी नक्सलियों को शैक्षणिक योग्यता पूरी करवा आरक्षक के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई है. इसे भी पढ़ें : विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी पर गरमाई सियासत : मुख्यमंत्री साय ने कहा- कोई राजनीतिक षड्यंत्र नहीं…

आत्म समर्पित माओवादी दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरू कोर्राम नक्सलियों का पूर्व डीवीसी सचिव था. इस पर 8 लाख रुपए का इनाम था. वहीं दूसरा मंगलू उर्फ तेजू के ऊपर दो लाख का इनाम था, वहां नक्सलियों की एरिया कमेटी का सदस्य था. खास बात यह है कि दोनों नक्सलियों ने अपनी पत्नियों के साथ समर्पण किया था.

आत्मसमर्पित माओवादी दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरू कोर्राम एवं उसकी पत्नी कुमारी उर्फ लक्ष्मी देवे ने 23 जून 2021 को आत्मसमर्पण किया था. नक्सली संगठन भोरमदेव एरिया कमेटी का सचिव दिवाकर ग्राम हदापार, पंचायत कुदूर, थाना मर्दापाल, जिला कोण्डागांव का रहने वाला है.

नक्सली संगठन में जुड़ने की बात बोला तो यह चला गया। वर्ष-2010 तक कोण्डागांव दलम में, वर्ष-2010 से माढ़ नेशनल पार्क एरिया में, 02 माह सीसीएम गणपति के गार्ड के रूप में कार्य किया। वर्ष-2010 से 2016-17 तक एसीएम के पद पर रहते हुये कार्य किया एवं वर्ष-2016-17 से डीव्हीसी के रूप में प्रमोट होकर कान्हा-भोरमदेव एरिया कमेटी में भेजा गया.

दिवाकर समर्पित होने के पूर्व डीव्हीसी/सचिव भोरमदेव एरिया कमेटी के पद पर था, जिस पर लगभग 08 लाख रुपए का शासन द्वारा इनाम घोषित था. आत्मसमर्पित नक्सली दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरू कोर्राम के विरूद्ध कुल-16 अपराध पंजीबद्ध थे. आत्मसमर्पित नक्सली दिवाकर के निशानदेही पर 23 जून 2021 को थाना भोरमदेव क्षेत्र के बकोदा जंगल में नक्सलियों के द्वारा डम्प की गई नगदी रकम 10,00,000 रुपए और अन्य नक्सल सामग्री बरामद की गई.

वहीं आत्मसमर्पित माओवादी मंगलू बेको उर्फ तीजू ने अपनी पत्नी राजे उर्फ वनोजा के साथ जिला बीजापुर में आत्मसमर्पण किया था. आत्मसमर्पित नक्सली मंगलू बेको उर्फ तीजू एवं उसकी पत्नि राजे येलम उर्फ वनोजा आत्मसमर्पण होने के पूर्व नक्सली संगठन विस्तार प्लाटून नंबर-03 में पार्टी सदस्य के रूप में कार्य किया है.

वर्तमान में आत्मसमर्पित नक्सली दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरू कोर्राम एवं मंगलू बेको उर्फ तीजू जिला पुलिस कबीरधाम के साथ जिले के अंदरूनी नक्सल संवदेनशील क्षेत्रों में जिला पुलिस बल/ डीआरजी के साथ नक्सल अभियानों तथा नक्सल आसूचना संकलन का कार्य निरंतर कर रहे है.

बता दें कि कबीरधाम पुलिस ने आत्मसमर्पित नक्सली दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरू कोर्राम एवं मंगलू बेको उर्फ तीजू को लगातार शिक्षा के तरफ प्रेरित कर ओपन परीक्षा 10वीं की परीक्षा दिलाया गया, एवं इन्हें आवश्यक शिक्षण सामग्री प्रदान की गई, जिसमें दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरू कोर्राम एवं उसकी पत्नी 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर लिए, वहीं मंगलू उर्फ तीजू 10वीं में पूरक प्राप्त हुआ.

दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरू कोर्राम छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रेरित होकर दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिबरू कोर्राम एवं मंगलू बेको उर्फ तीजू को पुलिस विभाग में 16 अगस्त से आरक्षक के पद पर नियुक्ति प्रदान किया गया है.